धान खरीदी के महापर्व में मुख्यमंत्री साय की मौजूदगी में हुआ किसानों का सम्मान
रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बालोद जिले के भांठागांव (बी) में प्रदेशव्यापी धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ किया, जिसमें राज्यभर में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 14 नवंबर से 31 जनवरी 2025 तक चलने वाले इस महापर्व का उद्देश्य राज्य के किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य प्रदान करना है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने धान खरीदी केंद्र में आधुनिक तौल और अन्य उपकरणों का पूजन कर शुरुआत की। वहां उपस्थित किसानों का स्वागत करते हुए उन्होंने उन्हें माला पहनाई और खरीदी महापर्व की शुभकामनाएं दीं।
इस शुभारंभ के दौरान, स्थानीय किसान भागबली और हरिराम ने अपने-अपने धान की बिक्री की। भागबली ने 148 क्विंटल और हरिराम ने 65 क्विंटल 20 किलो धान बेचा, और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में अपने धान की बिक्री से दोनों किसान काफी खुश नजर आए। भांठागांव उपार्जन केंद्र में इस दिन कुल 6 किसानों के टोकन काटे गए थे।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर मोहंदीपाट ग्राम में 30 लाख रुपये की लागत से बने नवनिर्मित जिला सेवा सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा भवन का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी, शहीद बिरसा मुंडा और गहिरा गुरु के तैल चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के लिए धान खरीदी प्रक्रिया को सुगम बनाने के उद्देश्य से 2739 खरीदी केंद्र स्थापित किए हैं। इस वर्ष राज्य में धान बेचने के लिए कुल 27,01,109 पंजीकृत किसानों ने लगभग 34,51,729 हेक्टेयर भूमि में धान की बुवाई की है, जिसमें 1,35,891 नए किसान भी शामिल हैं। राज्य शासन ने किसानों को बेचे गए धान का भुगतान 72 घंटे के भीतर उनके बैंक खातों में सुनिश्चित करने की व्यवस्था की है, ताकि उन्हें अपने मेहनत के फल का शीघ्र लाभ मिल सके।