रकबा सुधार के आवेदनों का तत्काल निराकरण करें अधिकारी – कलेक्टर वर्मा

साप्ताहिक समय-सीमा बैठक आयोजित
किसानों की समस्या के निदान के लिए 112 डायल की सेवा उपलब्ध

कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने किसानों के धान के बोनी रकबा में तत्काल सुधार करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के आवेदन रकबा सुधार के लिए आ रहे हैं तत्काल उसका निराकरण करें। रकबे में सुधार के लिए कैम्प लगाया जाए जिससे किसानों को इसकी जानकारी हो तथा तत्काल संशोधन का कार्य किया जा सके।

कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

कलेक्टर वर्मा ने कहा कि धान खरीदी का कार्य लगातार चलना चाहिए। धान खरीदी केन्द्र से धान का उठाव प्रारंभ किया जाए। नोडल अधिकारी धान खरीदी केन्द्र में लगातार मॉनिटरिंग करें।

उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या के निदान के लिए अब 112 डायल की सेवा उपलब्ध होगी। जिसके माध्यम से उनकी समस्याओं का त्वरित निदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के पंजीयन रकबे की एन्ट्री, रकबे की कमी, गिरदावरी में किसी प्रकार की त्रुटि, धान बेचने में आने वाली समस्या और किसानों को किसी भी प्रकार की आर्थिक समस्या आने पर डायल 112 में जानकारी दे सकते हैं।

कलेक्टर वर्मा ने कहा कि शासन द्वारा अनेक प्रकार की बीमा योजनाएं चलाई जाती हैै। इस योजना का लाभ हितग्राहियों को मिलना चाहिए। यदि किसी की मृत्यु होती है तो संबंधित अधिकारी मृतक के परिवार से संपर्क करें और एक सप्ताह में प्रकरण तैयार कर उन्हें लाभ दिलाए। इसमें शत प्रतिशत हितग्राही को बीमा क्लेम राशि मिलना चाहिए।

उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इसे समय-सीमा में पूरा किया जाना चाहिए। भूमि आबंटन, नामांतरण, ई-कोर्ट में कार्य किए जा रहे है उसका रिकार्ड दुरूस्त करने के निर्देश दिए।

उन्होंने सभी सीएमओ को शहरी क्षेत्रों के लिए सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए। शहर के सबसे गंदगी वाले स्थानों का चयन करके उसे साफ करना है। उन्होंने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि गौठानों को सेल्फ सस्टेनेबल मॉडल गौठान बनाना है। जिससे गौठान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सके।

उन्होंने कहा कि पंचायत यह सुनिश्चित करें कि जिन गांव में गौठान बने हैं वहां पशु को खुले में नहीं छोडऩा है। जिससे फसलों को चराई से बचाया जा सके और रबी फसल के रकबे में वृद्धि होगी।

उन्होंने गौठान में पैरादान के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए है। मनरेगा के अंतर्गत मजदूरों की संख्या बढ़ाने कहा है। वहीं 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। जनपद तथा अन्य एजेंसियों में जो कार्य स्वीकृत हुए हैं उसे प्रारंभ करने कहा है।

उन्होंने समय-सीमा के प्रकरण का निराकरण तथा अवैध प्लाटिंग के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर वर्मा ने कोविड-19 के सैम्पलिंग बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के तहत सर्वे कार्य किए जा रहे हैं उनका लाइन लिस्टिंग करें तथा सैम्पलिंग संख्या में वृद्धि करें।

उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन की तैयारी के लिए विकासखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसका प्रति सप्ताह बैठक लेकर वैक्सीनेशन के लिए कार्ययोजना तैयार करें।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि सर्वे के दौरान लक्षण वाले मरीजों का पहचान कर सैम्पल लिया जाए। प्राईमरी कान्टेक्ट में आने वालों का 24 घंटे के भीतर जांच करें। 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों होने पर होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाए। सैम्पलिंग बढ़ाने के लिए सरपंच, सचिव के साथ बैठक लेकर लोगों को सैम्पलिंग के लिए जागरूक करें।

इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी बीपी सिंह, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, सीईओ जिला पंचायत तनुजा सलाम, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।