ZIM vs IRE Test: जॉनाथन कैंपबेल ने डेब्यू पर कप्तानी कर रचा इतिहास, पिता एलिस्टेयर कैंपबेल की विरासत को आगे बढ़ाया
जॉनाथन कैंपबेल, जिम्बाब्वे के महान क्रिकेटर एलिस्टेयर कैंपबेल के बेटे, ने 6 फरवरी 2025 को आयरलैंड के खिलाफ बुलावायो में एकमात्र टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली। यह जॉनाथन का टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू मैच था, और डेब्यू के दिन ही उन्होंने राष्ट्रीय टीम की कप्तानी का गौरव प्राप्त किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्हें यह सम्मान तब मिला, जब नियमित कप्तान क्रेग इरविन पारिवारिक आपात स्थिति के कारण अंतिम समय में मैच से हट गए थे।
जॉनाथन कैंपबेल के घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें यह मौका मिला। कैंपबेल ने अब तक 34 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जिसमें चार शतकों के साथ 1,913 रन बनाए हैं, और लेग स्पिन करते हुए 42 विकेट भी झटके हैं। इसके अलावा, उनका लिस्ट ए और टी20 रिकॉर्ड भी प्रभावशाली रहा है। विशेष रूप से, उन्होंने 45 लिस्ट ए मैचों में 40 की औसत से 1372 रन बनाए हैं, और 9 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 123 रन की शानदार पारी खेली है।
जॉनाथन का टेस्ट डेब्यू पर कप्तानी करना एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि वह 50 वर्षों में टेस्ट डेब्यू पर कप्तानी करने वाले केवल तीसरे खिलाड़ी बने हैं। इससे पहले, 1992 में डेव हॉटन ने भारत के खिलाफ जिम्बाब्वे के पहले टेस्ट मैच में टीम की कप्तानी की थी। इसके अलावा, जॉनाथन कैंपबेल 21वीं सदी में डेब्यू पर कप्तानी करने वाले पांचवें खिलाड़ी बने हैं, जिसमें से नैमूर रहमान (2000 में बांग्लादेश), विलियम पोर्टरफील्ड (2018 में आयरलैंड), और असगर अफगान (2018 में अफगानिस्तान) शामिल हैं।
जॉनाथन कैंपबेल के पास घरेलू क्रिकेट का अनुभव है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी कप्तानी कैसी होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। उनकी कप्तानी के दौरान जिम्बाब्वे का प्रदर्शन इस बात का संकेत हो सकता है कि यह युवा कप्तान अपने पिता की तरह ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना सकते हैं।