प्रतियोगी परीक्षाओं के तनाव में युवक ने की आत्महत्या: गुना में मानसिक स्वास्थ्य पर चिंता बढ़ी

 गुना :  मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक दुखद और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवा छात्र, नीलेश, ने प्रतियोगी परीक्षाओं की निरंतर असफलताओं के कारण आत्महत्या कर ली। नीलेश, जो पिछले 8 वर्षों से एसएससी और अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, डिप्रेशन का शिकार हो गया था। उसकी यह परेशानी तब और बढ़ गई जब वह विभिन्न परीक्षाओं में लगातार असफल होता गया, जिससे उसका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ।

घटना आरोन इलाके की है, जहां नीलेश ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी मानसिक स्थिति का जिक्र किया है। उसने स्पष्ट किया कि वह अपने इस कदम के लिए किसी और को दोषी नहीं ठहराना चाहता था और यह भी लिखा कि वह मानसिक रूप से कमजोर महसूस कर रहा था। नीलेश ने विशेष रूप से एसएससी CGL में चयन न होने और अन्य परीक्षाओं में असफलता के कारण तनाव का सामना कर रहा था।

परिवार के अनुसार, नीलेश ने करीब 15 दिन पहले गुना से सल्फास की गोलियां खरीदी थीं और इसी जहर का सेवन कर उसने आत्महत्या की। जब परिजनों को उसके हालात का पता चला, तो वे उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

नीलेश के भाई, डॉक्टर राहुल रघुवंशी, ने बताया कि नीलेश कई दिनों से मानसिक तनाव में था और उन्हें समझाने की कई कोशिशों के बावजूद उसने किसी की बात नहीं मानी। उन्होंने समाज से अपील की है कि लोग ऐसे गंभीर कदम उठाने से पहले अपने परिवार की तकलीफों के बारे में सोचें। उनका मानना है कि कठिनाइयों का सामना धैर्य और समझदारी से करना चाहिए।

इस घटना ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया है और यह सवाल खड़ा किया है कि क्या समाज और शिक्षा प्रणाली ऐसे दबावों के खिलाफ पर्याप्त समर्थन प्रदान कर रही है।