अनिल पुसदकर की कलम से
रायपुर। ऑनलाइन सट्टा महादेव एप के प्रकरण में गिरफ्तार कुछ लोगों पर प्रशासन जरूरत से ज्यादा मेहरबान है। अचानक आज महादेव एप प्रकरण में गिरफ्तार लोगों को तबीयत खराब होने के कारण जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल पहुंचते ही उनसे मिलने वालों का मेला लग गया। मानो उन सबको पहले से ही पता था कि वे लोग जेल से अस्पताल शिफ्ट होने वाले ही है। यह पहला मौका नहीं है।
अक्सर हाई-फाई केसेस में गिरफ्तार लोगों को जेल की आबो हवा और रोटी पानी सूट नहीं करता। उन्हें रात का अकेलापन भी डसता है। इसलिए वे लोग जुगाड़ कर जेल से बाहर निकालने के लिए बीमारी का सहारा लेते हैं। और बीमारी के बहाने जिला अस्पताल पहुंच जाते हैं ,जहां उनके रिश्तेदार या दोस्त खुलेआम मिलते हैं सारा सिस्टम फिक्स है।
और सारे सिस्टम का सबको पता है। इतने बड़े हजारों करोड़ के प्रकरण के आरोपी जिस हिसाब से अस्पताल में खुलेआम दोस्तों से मिल रहे हैं। वह व्यवस्था के मुंह पर करारा तमाशा है।