रायपुर/दिल्ली। मेरठ हाईवे पर आज सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। 6 लोगों की मौत हो गई और एक बच्चा अस्पताल में मौत से संघर्ष कर रहा है। उन 6 लोगों को खबर ही नहीं थी कि उनकी मंजिल बदलकर मौत हो गई है। वे तो हंसी खुशी चले जा रहे थे अपनी मंजिल की ओर लेकिन इससे पहले मंजिल तक पहुंचते राह में एक लापरवाह इंसान यमराज के रूप में सामने आ गया। हैरानी की बात यह है कि मेरठ हाईवे पर रॉन्ग साइड से वह तेज रफ्तार बस कैसे चलाता रहा? रॉन्ग साइड पर उसकी एंट्री कैसे हुई? क्या वह रोज इस तरह गाड़ी चलाता था? हाईवे पर गलत साइड से गाड़ी चलाने के अंजाम से क्या वह वाकिफ नहीं था? तेज रफ्तार बस ने आज 6 लोगों की बलि ले ली। अब सवाल ये उठता है उन 6 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? क्या अकेला वह बस चालक? या फिर हाईवे पर रोंग साइड घुसने की एंट्री बनाने वाले लोग? या फिर हाईवे की निगरानी करने वाले लोग? या फिर टोल पर मोटी रकम वसूलने वाले लोग? अचानक तो ऐसे कोई बस गलत साइड से नहीं चलाता? वह रोज इस तरह बस लेकर जाता रहा होगा। जभी तो वह आज भी बेधड़क बस के रूप में 6 अनजान लोगों के लिए मौत का सामान लेकर निकल पड़ा था। बेहद शर्मनाक है यह हादसा। अगर आपने तेज रफ्तार हाईवे बनाएं तो क्या हाईवे पर इस तरह गलत साइड से बस या कोई अन्य वाहन क्या कोई जानवर आने से रोकना हाईवे बनाने वालों की जिम्मेदारी नहीं? आपने तो रफ्तार की परमिशन दे दी। लेकिन उस पर अचानक सामने आने वाली अड़चने अगर मौत का सामान बन जाए तो उसके लिए जिम्मेदार कौन है?इन सवालों का ना केवल जवाब मिलना चाहिए। बल्कि हाईवे पर दोबारा ऐसी दुर्घटना ना हो इसके पुख्ता इंतजाम भी करने चाहिए।
अनिल पुसदकर