संसद के विशेष सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी मीडिया से मुखाबित हुए और उन्होंने कहा कि, “ये छोटा सत्र है लेकिन बेहद खास है”. पीएम मोदी बोले कि, “ये सेशन बहुत छोटा है और रोने-धोने के लिए बहुत समय है…हमें भारत को विकसित बनाकर रहना है”. पीएम ने कहा कि, “भारत की विकास यात्रा में कोई विघ्न नहीं है. पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों से भी संसद में मौजूद रहने की अपील की”.
वहीं ख़बर है कि विपक्षी दल भी सोमवार को संसद के विशेष सत्र की चर्चा में शामिल होंगे. इससे पहले सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर मांग की थी कि विपक्ष को संसद के विशेष सत्र के एजेंडे से अवगत कराया जाए. विपक्षी दलों ने कहा था कि वो महंगाई, MSP और अडाणी मुद्दे पर JPC की मांग वाले मुद्दे पर संसद में केंद्र से चर्चा की मांग की थी.
संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत आज हो गई है. इस सत्र में पीएम मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया. लोकसभा में PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस संसद भवन को बनाने का फैसला भले ही विदेशी शासको का था लेकिन इस सदन को बनाने में देशवासियों का खून-पसीना लगा है. पीएम ने कहा कि हम ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं. लेकिन संसद का पुराना भवन प्रेरणास्रोत बना रहेगा. ये सदन हम सबकी साझी विरासत है. उन्होंने कहा कि 75 सालों में यहां कई सपने साकार हुए हैं. इस दौरान 600 महिलाओं ने इस सदन की गरिमा बढ़ाई है. पीएम ने कहा कि पुराना घर छोड़ना काफी भावुक पल है.