रायपुर। झमित बोल नहीं सकता, तीन साल पहले बीमारी के कारण आवाज चली गई। इस बीच मां का साया भी सिर से उठ गया । इन विपरीत परिस्थितियों में भी 12वीं में वह फर्स्ट डिवीजन आया है, लेकिन अब झमित के पास आगे पढ़ाई के लिए पैसा नहीं है। कोदागांव में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री को झमित की परेशानी पता चली तो वहां मौजूद सभी ने मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता देखी। मुख्यमंत्री ने कहा पैसे की वजह से पढ़ाई नहीं रुकेगी। उन्होंने झमित को तत्काल 2 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मेडिकल सर्टिफिकेट भी बनाने के निर्देश दिए।
बीमारी से चली गई आवाज, मां नहीं रही,आगे पढ़ाई जारी रखने पैसा नहीं,भूपेश बघेल ने कहा-मैं हूं ना
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