Manipur Violence : मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. शुक्रवार को उखरूल जिले के कुकी थोवाई गांव में 3 शव मिले हैं, जिन्हें क्षत-विक्षत किया गया है. सुबह-सुबह ही यहां पर गोलीबारी की घटना हुई है. मणिपुर में पिछले 3 महीने से हिंसा जारी है और ये अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रही है.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों ने बचाया है कि जब पुलिस ने सर्च अभियान चलाया तब यहां जंगल के इलाके से 3 शव बरामद हुए हैं, इनमें 24 साल से 35 साल की उम्र के युवा शामिल हैं. चाकू से इनके शरीर पर निशान बनाए गए हैं, जबकि अंगों को भी काटा गया है.
पुलिस का कहना है कि ये तीनों विलेज गार्ड थे जो रात के वक्त गांव की रखवाली कर रहे थे, लेकिन इन्हें ही निशाना बना लिया गया. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है. इसी महीने में मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा की खबरें आई हैं, फिर चाहे वह चूराचांदपुर हो या फिर विष्णुपुर भीड़ ने कुछ जगहों पर लोगों को निशाना बनाया है, जिसकी वजह से हालात नहीं सुधरे हैं.
मणिपुर में 3 महीने से जारी है हिंसा
बता दें कि मणिपुर में 3 मई से ही हिंसा फैली हुई है, इस हिंसा में अभी तक 150 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मैतइ और कुकी समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर शुरू हुई जातीय हिंसा ने धीरे-धीरे पूरे राज्य में हिंसा का स्वरूप ले लिया था, जिसके बाद कई जान चली गई.
मणिपुर को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है, संसद में भी विपक्ष ने इस मसले पर बड़ा प्रदर्शन किया था. विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जो गिर गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने सरकार की ओर से अपना पक्ष रखा था और जानकारी दी थी कि केंद्र-राज्य की ओर से मणिपुर में शांति की तमाम कोशिशें की जा रही हैं.