रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में एक बार फिर से विवादों के घेरे में आ गए हैं। जहां दीक्षांत समारोह को लेकर अतिथियों में सीएम भूपेश बघेल का नाम नहीं होने पर एनएसयूआई ने विरोध जताया है। बता दें कि दीक्षांत समारोह 30 मई को आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले ही इस समारोह को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। एनएसयूआई ने कुलपति पर संघीय नियम धोपने का आरोप लगाया है।
एनएसयूआई छात्र नेता हनी सिंह बग्गा ने कहा कि, जब से कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्याल में कुलपति बलदेव भाई शर्मा की नियुक्ति हुई है। तब से विश्वविद्यालय में हर कार्यक्रम विवादित रहा है। अभी 30 मई को दीक्षांत समारोह होने वाला है। उसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नहीं बुलाया गया है। इसका विरोध हमारे द्वारा किया गया तो कुलपति का कहना है कि मुख्यमंत्री हमें मिलने का समय नहीं दे रहें हैं।
बग्गा ने कहा कि कुलपति हमेशा राजनीति करते है। विश्वविद्यालय यूजीसी के नियमों के अनुसार चलेगा न की कुलपति या संघ के नियमों से चलेगा। जिसका हमने विरोध किया है और दीक्षांत समारोह के दिन हम इसका विरोध दर्ज करवाएंगे। इसके साथ ही छात्र नेता हनी सिंह बग्गा हर एक विद्यार्थियों को डिग्री वितरण करने की मांग की। इस पर भी कुलपति और एनएसयूआई नेता के बीच जमकर घमासान हुआ।