“अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024: एक निर्णायक दिन जो विश्व को प्रभावित करेगा”
वॉशिंगटन: आज, 5 नवंबर 2024, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का दिन है, जो न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है, जहाँ दोनों उम्मीदवार स्विंग राज्यों में एक निर्णायक मुकाबले के लिए अंतिम मशक्कत कर रहे हैं। लगभग 244 मिलियन मतदाता इस चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं, और सभी की नजरें चुनाव के परिणाम पर टिकी हुई हैं।
मतदान का समय विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होगा, आमतौर पर स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक। पिछली बार के चुनाव में, 2020 में, लगभग दो-तिहाई पात्र मतदाताओं ने मतदान किया था। इस बार, परिणामों का निर्धारण राष्ट्रीय मतदाता मतदान पर नहीं, बल्कि स्विंग राज्यों में कुछ हजार मतदाताओं पर अधिक निर्भर करेगा।
आर्थिक मुद्दे चुनावी बहस में प्रमुख स्थान रखते हैं। प्रमुख आर्थिक संकेतक जैसे जीडीपी वृद्धि, बेरोजगारी दर और मुद्रास्फीति मतदाताओं के निर्णय को प्रभावित कर सकते हैं। एक हालिया सर्वेक्षण में, अमेरिकी जनता ने आर्थिक स्थिति को “काफी खराब” या “बहुत खराब” माना है, हालांकि सकारात्मक संकेतकों के बावजूद यह धारणा बनी हुई है। कमला हैरिस ने कामकाजी परिवारों के लिए खाद्य और आवास लागत को कम करने की अपनी प्राथमिकता जताई है, जबकि ट्रम्प ने मुद्रास्फीति को समाप्त करने और अमेरिका को फिर से किफायती बनाने का वादा किया है।
स्विंग राज्यों का चुनाव में विशेष महत्व है। फ्लोरिडा, पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, और अन्य स्विंग राज्यों में मतदान परिणाम राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं। हाल के पोल में, ट्रम्प और हैरिस के बीच की प्रतिस्पर्धा का अंतर काफी कम है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि चुनाव का नतीजा किसी भी दिशा में जा सकता है।
मीडिया कवरेज भी इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। हाल के अध्ययनों के अनुसार, ट्रम्प और हैरिस के बीच का कवरेज असंतुलित रहा है, जिसमें हैरिस को अधिक सकारात्मक कवरेज मिली है। यह चुनाव अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करने के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक संबंधों पर भी असर डालेगा।
आज का दिन न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। मतदाता की भावनाएं, चुनावी मुद्दे और आर्थिक संकेतक सभी मिलकर चुनाव परिणाम को आकार देंगे। चुनाव के नतीजे का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा, इसलिए सभी की नजरें आज के मतदान पर टिकी हुई हैं।