अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमले के बावजूद अफगानिस्तान से अपने नागरिकों और अन्य लोगों की पूरी तरह से सुरक्षित वापसी का संकल्प व्यक्त किया
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संकल्प व्यक्त किया है कि काबुल हवाई अड्डे पर आत्मघाती बम हमले के बावजूद अफगानिस्तान से अमरीका और अन्य देशों के नागरिकों की सुरक्षित वापसी की जाएगी।
विस्फोट में मारे गए लोगों के लिए आतंकियों को जिम्मेदार ठहराते हुए बाइडेन ने वादा किया कि इन मौतों का बदला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमलावरों को बक्शा नहीं जाएगा और उन्हें इसकी कीमती चुकानी होगी।
अमरीकी राष्ट्रपति काबुल हवाई अड्डे पर किए गए दो विस्फोटों के कुछ घंटे बाद व्हाइट हाउस से प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। इन हमलों में दर्जनों अमरीकी सैनिक और कई अफगान नागरिक मारे गए। करीब एक दशक में अमरीकी सेना के लिए यह सबसे बुरा दिन था।
इस्लामिक स्टेट-आईएस के अफगान सरगना खोरासन ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है।
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि इन हमलों का संबंध तालिबान से होने का कोई सबूत नहीं है, जो फिलहाल अफगानिस्तान का नियंत्रण संभाल रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने सैन्य कमांडरों से कहा है कि वे इस्लामिक स्टेट की संपत्तियों, उसके सरगनाओं और ठिकानों पर हमले करने की योजनाएं बनाएं।
राष्ट्रपति बाइडेन ने अमरीकी सेनाओं की सराहना की और मृतकों के सम्मान में उनसे मौन रखने का आग्रह किया।
इस बीच, व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि तालिबान के सत्ता में लौटने की पूर्व संध्या पर, इस महीने की 14 तारीख से जारी वापसी अभियान के दौरान एक लाख से अधिक लोगों को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकाला जा चुका है।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने बताया कि अफगानिस्तान के काबुल में आंतकी हमलों में मारे गए अमरीकी नागरिकों के सम्मान में अमरीकी झंडा इस महीने की तीस तारीख तक आधा झुका रहेगा।