“यूपी: कैबिनेट की अहम बैठक, नवरात्र पर महिलाओं के लिए खास तोहफे की तैयारी”
लखनऊ : आज शाम चार बजे, उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दो निजी विश्वविद्यालयों को मान्यता देने के प्रस्ताव पर चर्चा करना है। माना जा रहा है कि इस बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं, जिसमें पहले से स्थापित निजी विश्वविद्यालयों को प्रोत्साहन राशि देने का प्रस्ताव भी शामिल है। इसके साथ ही, औद्योगिक विकास विभाग के दो प्रस्तावों को भी स्वीकृति मिल सकती है, जो राज्य के औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने 2 अक्टूबर को होने वाले 155वें गांधी जयंती समारोह को भव्य तरीके से मनाने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी राजकीय भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ ही, कार्यालयों और विद्यालयों में वाद-विवाद प्रतियोगिता और गांधीजी के जीवन संघर्ष, उनकी देश सेवा और जीवन मूल्यों पर व्याख्यानों का आयोजन करने की योजना बनाई है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शांति और सद्भाव का वातावरण बनाने के लिए जनमानस की सहभागिता और जागरूकता बढ़ाई जाए।
इसके अतिरिक्त, नवरात्रि के अवसर पर महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जाएगी। राज्य सरकार 3 अक्टूबर को शारदीय नवरात्र के पहले दिन, ‘मिशन शक्ति’ कार्यक्रम के पांचवे चरण की शुरुआत करेगी। इस चरण के तहत, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए एक स्वास्थ्य हेल्पलाइन का उद्घाटन किया जाएगा, जो महिला पावर लाइन 1090 की तर्ज पर काम करेगा। इस हेल्पलाइन का उद्देश्य उन महिलाओं को स्वास्थ्य सेवा सहायता प्रदान करना है, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने में कठिनाई होती है। हेल्पलाइन के माध्यम से, महिलाएं स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ टेली परामर्श प्राप्त कर सकेंगी, जिससे उन्हें सुदूर अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह हेल्पलाइन महिलाओं को गोपनीय चिकित्सा सहायता प्रदान करेगी और ग्रामीण उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में सहायता करेगी।
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के अनुसार, नई स्वास्थ्य हेल्पलाइन मातृ स्वास्थ्य, प्रजनन स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को सुलझाने में भी मदद करेगी। ‘मिशन शक्ति’ की शुरुआत 17 अक्टूबर 2020 को हुई थी, और इसके बाद के चरणों में भी महिलाओं के सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अब, इस पांचवें चरण में विशेष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य पर जोर दिया जाएगा, जिससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और सहयोग मिल सकेगा।