केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने रिसामा सरपंच से पूछा? ओडीएफ प्लस होने से गांव में क्या बदलाव महसूस करती हैं
सरपंच गीता महानंद ने कहा कि ओडीएफ प्लस होने के बाद गांव में बीमारियां घटी हैं
विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
दुर्ग 19 नवंबर 2020/ कड़ी मेहनत कर अपने गांव को ओडीएफ बनाने एवं उसे कायम रखने का प्रतिफल जिले के ग्रामीणों को आज मिला है।
आज देश के केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने चुनिंदा ग्राम पंचायतों के सरपंचों से वल्र्ड टायलेट डे पर चर्चा की, इसमें दुर्ग जिले की रिसामा पंचायत की सरपंच गीता महानंद भी शामिल थी।
कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअल माध्यम से हुआ। गीता ने ओडीएफ के स्थायित्व पर किये कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
इस पर मंत्री ने पूछा कि ओडीएफ प्लस होने से गांव में क्या बदलाव महसूस कर रही हैं।
गीता ने बताया कि गांव में बीमारियां कम हो गई हैं। पहले गांव में डायरिया के काफी मामले आते थे। अब कम हो गए। बरसात के दिनों में बाहर जाने की तकलीफ दूर हो गई। सभी घरों में शौचालय बन जाने से गांव में लोगों में सुकून बढ़ा है। बारिश के दिनों में, बीमारियों के समय बहुत तकलीफ होती थी। गीता ने बताया कि उनके गांव में स्वच्छताग्राही दीदी घर-घर जाकर गीला और सूखा कचरा इकट्ठा करती हैं। सब्जी भाजी के टुकड़े गांव के मवेशियों को खिला देते हैं। बाकी का कंपोस्ट बनाते हैं और बेच देते हैं।
शेखावत ने गीता की काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का इरादा कर लेना स्वास्थ्य के लिए तो बेहतर होता ही है। इससे आय भी हासिल हो सकती है। जो कभी कूड़ा कचड़ा में फेंक देते थे, अब उसका कंपोस्ट बन रहा है।
गीता ने बताया कि वे ओडीएफ का स्थायित्व रखने की दिशा में काम तो कर रही हैं। स्वच्छताग्राही दीदी लोगों की आय भी बढ़े, इस दिशा में भी काम कर रही हैं।