देश के विकास में योगदान के लिए केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने युवाओं को दिया प्रेरणादायक संदेश
रायपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर नगर में आज केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में “माटी के वीर” पदयात्रा का आयोजन जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जशपुर के पुरना नगर मैदान से हुआ, जहाँ हजारों की संख्या में लोगों ने इस पदयात्रा में भाग लिया। यह आयोजन धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जनजातीय समाज के योगदान को सम्मानित करने और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को देश-दुनिया में प्रचारित करने के उद्देश्य से किया गया।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने इस अवसर पर जनजातीय समुदायों की समाज में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम और कोरोना संकट के दौरान जनजातीय युवाओं के योगदान की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत के सपने को साकार करने का संकल्प लेने और सामाजिक कल्याण की दिशा में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया। डॉ. मांडविया ने स्थानीय युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए जशपुर में एक आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया। उन्होंने जनजातीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर को बचाने और उसे सम्मानित करने के महत्त्व पर जोर देते हुए कहा कि जनजातीय संस्कृति प्रकृति के साथ सद्भाव में जीवन जीने की प्रेरणा देती है। मुख्यमंत्री ने जनजातीय समुदायों की सामाजिक और आर्थिक उन्नति के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं का भी उल्लेख किया, जैसे कि एकलव्य विद्यालय, वन-धन योजना, और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं।
इस कार्यक्रम में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की दिशा में सरकार के प्रयासों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ की डबल इंजन सरकार ने इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, सड़क और पेयजल जैसी सुविधाओं को पहुंचाने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नक्सलवाद का खात्मा निकट है और राज्य का लोकतांत्रिक ढांचा अब दूर-दराज के इलाकों तक पहुंच चुका है।
पदयात्रा के दौरान धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित एक विशेष फिल्म प्रदर्शित की गई, जिसने उपस्थित जनसमूह को उनके संघर्षों और बलिदान की प्रेरणादायक गाथा से अवगत कराया। इस अवसर पर खेल, शिक्षा, और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जनजातीय युवाओं को सम्मानित किया गया, और “माई भारत” अभियान के तहत सक्रिय वॉलंटियर्स को भी विशेष प्रशंसा दी गई।
इस भव्य आयोजन के दौरान पुरना नगर मैदान में जनजातीय नायकों के जीवन, उनकी सांस्कृतिक परंपराओं और उपलब्धियों पर आधारित एक विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई। यहाँ पर जनजातीय शौर्य और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को सुंदर कलाकृतियों, प्राचीन अस्त्र-शस्त्रों और वाद्ययंत्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसने कार्यक्रम में एक अतिरिक्त आकर्षण जोड़ा।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, और अन्य प्रमुख जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में जनजातीय समाज के साथ-साथ बड़ी संख्या में युवा और स्थानीय नागरिक भी सम्मिलित हुए, जो देश और राज्य के विकास में जनजातीय समाज की महत्वपूर्ण भूमिका का संदेश फैलाने के उद्देश्य से एकजुट हुए थे।