जिला संसाधन केन्द्र में कृषि सखी व पशु सखी का दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ

गरियाबंद :- राष्टीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत समुदाय आधारित संवहनीय कृषि परियोजना के तहत दो दिवसीय कृषि सखी व पशु सखी का प्रशिक्षण का आयोजन जिला संसाधन केन्द्र, गरियाबंद में सोमवार को किया गया है।
प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रकांत वर्मा, द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में मुख्य रूप से मैनपुर विकासखण्ड के चयनित 30 कृषि सखी व पशु सखी उपस्थित थे। विदित हो कि संवहनीय कृषि परियोजना की शुरूआत मैनपुर विकसखंण्ड के 30 चयनित ग्राम पंचायतों में सत्र 2020-21 में किया गया है।

इस योजना का प्रमुख उद्देश्य रासायनिक दवाओं के स्थान पर आसानी से मिलने वाले जैविक खाद व दवाइयों कर उपयोग कर जैविक खेती को बढ़ावा देना, फसलों की जैव विविधता बढ़ाना, उचित फसल द्विपद्धती के माध्यम से उत्पादन बढ़ाना, स्थानीय किस्मों को संरक्षित करना इत्यादि है।
शुभारंभ कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ वर्मा द्वारा बताया गया कि बिहान का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण के साथ साथ आजीविका के माध्यम से गरीबी उन्मूलन करना है। इसके लिए सभी मानदेय के लिए नहीं वरन् स्वंय को सशक्त कर परिवार का आर्थिक सहयोग करते हुए समाज में अपना योगदान देना है।
उन्होंने समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपको ग्रामीण क्षेत्रों में जैविक कृषि व पशुपालन का बढ़ावा देना है। साथ ही कहा कि जब हम सशक्त होंगे तो हमारा परिवार सशक्त होगा और परिवार के बाद हमारा समाज सशक्त होगा। आप सभी गौठान व गौधन योजना में कार्य करे व इस योजना का लाभ सभी उठाए।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा उपस्थित प्रशिक्षार्थियों को बैग व किट का वितरण किया गया। प्रशिक्षक के रूप में सुधीर पंचभाई, सहा. संचालक पशु चिकित्सा, यंग प्रोफेशनल स्नेहांशु मिस्त्री, पंकज कुटारे व मनेद्र कुटारे उपस्थित थे। उक्त अवसर पर हरिराम सिदार, अति. सीईओ, दुर्गाशंकर सोनी, डीएमएम, अमर सिंह, रमेश वर्मा, गेब्रियल जान, आशीष सिंह व पतंजलि मिश्र उपस्थित थे।
