“मनेंद्रगढ़ में व्यापारी-प्रशासन विवाद: गिरफ्तारी और शहर बंद के बाद तनाव बढ़ा, व्यापारियों का विरोध जारी”
भरतपुर: मनेंद्रगढ़ में व्यापारी और तहसीलदार के बीच हुए विवाद के बाद प्रशासन और व्यापारियों के बीच तनाव गहराया है। शुक्रवार को एक युवा व्यापारी, नितिन अग्रवाल ने तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त को थप्पड़ मार दिया था, जब वह गोपाल शीत गृह के पास अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक व्यापारी से बहस कर रहे थे। इस घटना के बाद प्रशासन ने नितिन अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस कार्रवाई को लेकर प्रशासन की आलोचना की और आज शहर बंद का आह्वान किया। व्यापारी संघ का आरोप है कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने के नाम पर गलत तरीके से कार्रवाई कर रहा है, जिससे व्यापारियों को मानसिक और आर्थिक नुकसान हो रहा है। चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य इस कार्रवाई को अवैध और अनुचित मानते हुए प्रशासन की नीतियों के खिलाफ विरोध जता रहे हैं।
चेंबर ऑफ कॉमर्स का कहना है कि प्रशासन की कार्रवाई व्यापारियों के अधिकारों का उल्लंघन कर रही है और इसके खिलाफ वे हर संभव कदम उठाएंगे। संगठन ने कहा कि यह बंद प्रशासन के गलत रवैये के विरोध में है और जब तक प्रशासन उनकी बातों को नहीं समझेगा, वे इस संघर्ष को जारी रखेंगे।
मनेंद्रगढ़ में आज सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं और शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। व्यापारियों का मानना है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में उनकी सुनवाई नहीं की जा रही है और इसके बजाय, उन्हें गलत तरीके से दबाव बनाया जा रहा है। इस स्थिति ने प्रशासन और व्यापारी वर्ग के बीच मतभेदों को और भी गहरा दिया है, जिससे शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान प्रशासन और व्यापारियों के बीच बढ़े हुए इस विवाद को लेकर अब राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। कई नेताओं ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और व्यापारी वर्ग के समर्थन में खड़े होने की बात की है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस विवाद को कैसे सुलझाता है और क्या व्यापारी संघ की चिंताओं का समाधान किया जाता है।