पर्थ टेस्ट से पहले टिम पेन का बड़ा बयान: “भारत की चिंता रोहित-विराट नहीं, बल्कि गंभीर हैं”

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 की शुरुआत से पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने टीम इंडिया को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। पांच मैचों की यह हाई-प्रोफाइल टेस्ट सीरीज 22 नवंबर से शुरू हो रही है, और भारत के लिए इसे जीतना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में जगह बनाने के लिए उनके सफर को तय करेगी। इस महत्वपूर्ण सीरीज के दौरान कप्तान रोहित शर्मा और नए हेड कोच गौतम गंभीर पर भारी दबाव होगा।

टिम पेन का तीखा बयान: कोहली-रोहित नहीं, गंभीर हैं चिंता का कारण

टिम पेन ने हाल ही में अपने बयान में कहा कि भारतीय टीम की सबसे बड़ी समस्या विराट कोहली या रोहित शर्मा की फॉर्म नहीं है, बल्कि हेड कोच गौतम गंभीर का दबाव में शांत नहीं रह पाना है। उन्होंने इस बात का हवाला दिया कि हाल ही में रिकी पोंटिंग द्वारा विराट कोहली और रोहित शर्मा की फॉर्म पर की गई टिप्पणी से गंभीर बुरी तरह नाराज हो गए थे। पेन ने इसे कोचिंग के लिहाज से एक कमजोर पहलू बताया। उन्होंने कहा, “गौतम गंभीर का रवैया और उनका जरूरत से ज्यादा प्रतिस्पर्धात्मक स्वभाव टीम इंडिया के लिए एक चुनौती बन सकता है।”

रिकी पोंटिंग की टिप्पणी से उपजा विवाद

यह विवाद तब शुरू हुआ जब ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग ने विराट कोहली और रोहित शर्मा की हालिया फॉर्म को लेकर सवाल उठाए। इस पर गंभीर ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिससे उनकी स्थिति पर सवाल उठे। टिम पेन ने कहा, “गंभीर को यह समझने की जरूरत है कि रिकी अब एक कमेंटेटर हैं और उन्हें निष्पक्ष ओपिनियन देने के लिए पैसे मिलते हैं। कोच को इन बातों को व्यक्तिगत नहीं लेना चाहिए, बल्कि अपनी टीम पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”

गंभीर बनाम शास्त्री की तुलना

पेन ने गंभीर की तुलना पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री से करते हुए कहा कि रवि शास्त्री का आत्मविश्वास और रणनीतिक सोच दबाव के समय भारतीय टीम के लिए बड़ी ताकत थी। उन्होंने कहा, “गौतम गंभीर के स्वभाव में जो तीखापन है, वह कोचिंग के लिए सही नहीं है। रवि शास्त्री खिलाड़ियों के साथ सामंजस्य बैठाने में माहिर थे, जबकि गंभीर को इसे सीखने की जरूरत है।”

भारतीय टीम पर बढ़ता दबाव

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 भारतीय टीम के लिए कई मायनों में खास है। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए इस सीरीज में जीतना टीम इंडिया के लिए अनिवार्य है। कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर पर रणनीतिक और मानसिक दबाव काफी ज्यादा होगा।

ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम, जिसकी अगुवाई वर्तमान कप्तान पैट कमिंस कर रहे हैं, भारत को कड़ी चुनौती देने के लिए तैयार है। ऑस्ट्रेलियाई टीम न केवल गेंदबाजी में मजबूत है, बल्कि उनके बल्लेबाज भी बेहतरीन फॉर्म में हैं। दूसरी ओर, भारतीय टीम के लिए यह सीरीज विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों की फॉर्म के पुनरुद्धार और नई प्रतिभाओं के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।

क्या कहते हैं आंकड़े?

भारत ने पिछली दो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराया था, लेकिन इस बार परिस्थितियां अलग हैं। टीम इंडिया को न केवल घरेलू दबाव का सामना करना होगा, बल्कि अपने कोच और कप्तान को लेकर हो रही आलोचनाओं का भी जवाब देना होगा।

क्रिकेट प्रेमियों की नजरें

क्रिकेट प्रेमी इस बहुप्रतीक्षित सीरीज को लेकर बेहद उत्साहित हैं। टिम पेन के बयान ने इस सीरीज में एक नई चर्चा को जन्म दिया है। भारतीय टीम को यह साबित करना होगा कि उनकी कोचिंग और कप्तानी सही दिशा में है और टीम किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।

क्या गौतम गंभीर और रोहित शर्मा इस दबाव से उभरकर टीम को जीत दिला पाएंगे? यह सवाल इस सीरीज को और दिलचस्प बनाता है।