गन्ने के खेत में बाघ का आतंक, किसान पर किया हमला, ग्रामीणों में दहशत

खुटार :  शाहजहांपुर के खुटार क्षेत्र से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित गांव चांदपुर में शुक्रवार की सुबह उस समय दहशत फैल गई जब गन्ने के खेत में काम कर रहे किसानों पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में गांव के निवासी रामऔतार शुक्ला (53) घायल हो गए। उनके पैर में बाघ के पंजे से गहरे घाव हो गए, जिसके बाद उन्हें परिजनों ने ई-रिक्शा से खुटार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी स्थिति सामान्य बताकर उन्हें छुट्टी दे दी।

गांव चांदपुर निवासी बागीश शुक्ला के अनुसार, उनके पिता रामऔतार शुक्ला और गांव के ही हरि किशोर त्रिवेदी ने मिलकर खेत में गन्ने की फसल बटाई पर ले रखी थी। शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे वे मुमताज, इस्तियाक, मुन्ना, चुन्ना, छोटे लल्ला समेत कुल 14 किसान खेत में गन्ने की छिलाई कर रहे थे। इस दौरान खेत में पहले से छिपे बाघ ने अचानक रामऔतार शुक्ला पर हमला कर दिया और उनके पैर को पकड़कर घसीटने लगा।

चीख-पुकार सुनकर आसपास के किसानों ने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया और लाठी-डंडों के साथ दौड़ पड़े। किसानों की भीड़ और शोरगुल से घबराकर बाघ ने रामऔतार को छोड़ दिया और पड़ोस के गन्ने के खेत में भाग गया। घायल रामऔतार को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।

घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस घटना की सूचना तुरंत वन विभाग को दी, लेकिन देर शाम तक कोई भी वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। इस बीच बाघ उसी गन्ने के खेत में छिपा हुआ है, जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। गांव में डर का माहौल है और लोग खेतों की ओर जाने से कतरा रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में पहले भी बाघ देखे गए हैं, लेकिन वन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इस घटना के बाद लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि इलाके में गश्त बढ़ाई जाए और बाघ को पकड़ने के लिए उचित इंतजाम किए जाएं, ताकि ग्रामीण सुरक्षित रह सकें।