बाघ का आतंक बरकरार फिर किया शिकार, ग्रामीण अलर्ट
कोरिया | जिले के बैकुठपुर वन मंडल के टेमरी ग्राम और उसके आस पास के ग्राम के लोगों के दिल में एक सप्ताह से बाघ का डर बना हुआ है परंतु रोजमर्रा की जरूरतों के लिए घर से निकलना भी जरूरी है , स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया कि दिन में तो किसी भी तरह काम के लिए निकल जाते है पर शाम 5 बजे के बाद घर से निकलने में खतरा बना हुआ है ।
आप को बता दे कि एक सप्ताह पहले पांडवपारा एसईसीएल क्षेत्र से लगे ग्रामीण क्षेत्र में बाघ की मूवमेंट देखने को मिली थी जहां पर बाघ के द्वारा 2 मवेशियों का शिकार किया गया था ।जिसकी फोटो वन विभाग के द्वारा लगाए गए कैमरे में भी कवर हुई थी । इस बीच वन विभाग के द्वारा रह वासियों को सचेत रहने की समझाइश दी गई थी पर इन सात दिनों में बाघ के किसी और को शिकार करने की घटना नहीं मिली थी जिससे लोगों को लग रहा था कि शायद बाघ कही और निकल गया है परन्तु कल शनिवार को फिर नानभान के जंगल में बाघ के द्वारा एक और मवेशी का शिकार करने का वीडियो सामने आने के बाद लोगों में फिर से डर दिखने लगा है ।
इस विषय में जब स्थानीय निवासियों से बात की गई तो उनलोगों के द्वारा बताया गया कि डर तो बना हुआ ही है और वन विभाग के द्वारा मुनादी करा दिया गया है पर इसके बाद वन विभाग के अमले उस क्षेत्र में उपस्थित ना होने से भी लोगो में नाराजगी देखने को मिली है। लोगो के द्वारा बताया गया कि बाघ का डर तो बना ही है पर काम करना भी जरूरी ।