पाकिस्तान नंबर से मिली धमकी: प्रयागराज रेलवे स्टेशन और हाईकोर्ट को उड़ाने की धमकी से हड़कंप

उत्तर प्रदेश:  श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष और ईदगाह केस में वाद दायर करने वाले आशुतोष पांडे को एक बार फिर गंभीर धमकी मिली है। सोमवार देर रात उनके व्हाट्सऐप पर पाकिस्तान के नंबर से धमकी भरे संदेश और कॉल आए। इन संदेशों में इलाहाबाद हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट, प्रयागराज रेलवे स्टेशन और देश के प्रमुख मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब ईदगाह मामले की सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट में होनी है।

धमकी का सिलसिला और विस्तृत जानकारी

सोमवार रात करीब 1:30 से 1:40 बजे के बीच आशुतोष पांडे को छह वॉइस मैसेज भेजे गए, जिनकी अवधि 4 से 14 सेकंड तक थी। इन संदेशों में धमकी दी गई कि 19 नवंबर को प्रयागराज रेलवे स्टेशन और हाईकोर्ट को निशाना बनाया जाएगा। एक संदेश में कहा गया, “तेरे सुप्रीम कोर्ट को भी बम से उड़ा देंगे। हिंदुस्तान के बड़े मंदिरों को खत्म कर देंगे।”

इसके बाद रात 2:30 बजे व्हाट्सऐप कॉल आई और सुबह 3 बजे एक और मैसेज भेजा गया, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा था कि 19 नवंबर की सुबह प्रयागराज रेलवे स्टेशन और फिर हाईकोर्ट पर हमला होगा।

पिछली धमकियां भी उजागर

यह पहली बार नहीं है जब आशुतोष पांडे को इस तरह की धमकी मिली हो। इससे पहले 13 नवंबर की रात को भी पाकिस्तान के नंबर से 22 ऑडियो मैसेज भेजे गए थे। उन संदेशों में भी इलाहाबाद हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।

कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा बढ़ाने की मांग

आशुतोष पांडे, जो शामली जिले के कांधला क्षेत्र के निवासी हैं, ने इस गंभीर मुद्दे की सूचना तुरंत शामली पुलिस को दी और उच्च अधिकारियों को मेल के माध्यम से जानकारी भेजी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर और मथुरा में विभिन्न पुलिस थानों में मामले दर्ज कराए जा रहे हैं।

ईदगाह केस और संभावित खतरा

आशुतोष पांडे श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़े शाही ईदगाह मामले में पक्षकार हैं, और उनका मानना है कि यह धमकी उसी विवाद के संदर्भ में दी गई है। चूंकि इस मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में होनी है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका

इस धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जैसे संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। रेलवे स्टेशन और प्रमुख मंदिरों पर भी अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

जनता के लिए अपील

यह घटना देश की सुरक्षा और न्यायपालिका के प्रति बढ़ते खतरों को दर्शाती है। आम जनता से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। ऐसी परिस्थितियों में सतर्कता और सहयोग ही देश को सुरक्षित रख सकता है।

यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह न्याय और धार्मिक सहिष्णुता पर भी हमला है। पुलिस और जांच एजेंसियां धमकी देने वालों को पकड़ने के लिए सक्रिय हो चुकी हैं।