जिन पर लगे थे कैपिटल हिल दंगे के आरोप, अब वही ट्रंप के शपथ ग्रहण में होंगे शामिल, अदालत का चौंकाने वाला फैसला

वॉशिंगटन:  6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद, कैपिटल हिल पर हुए दंगे ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा था। इन दंगों में शामिल कई आरोपियों ने अब अदालत से डोनाल्ड ट्रंप के आगामी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की अनुमति मांगी, जिसे अदालत ने मंजूरी दे दी है। इस फैसले ने एक बार फिर इन घटनाओं और ट्रंप प्रशासन की ओर से दिए गए समर्थन को सुर्खियों में ला दिया है।

अदालत का फैसला और सरकारी विरोध

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दंगे के 20 आरोपियों ने संघीय न्यायाधीश के सामने यह अनुरोध रखा कि उन्हें ट्रंप के व्हाइट हाउस वापसी समारोह में शामिल होने की इजाजत दी जाए। इनमें से 11 को अनुमति दे दी गई, जबकि 7 की अपील खारिज कर दी गई। इसके अलावा, दंगों के आरोप में सजा पूरी कर चुके लोगों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, और वे स्वतः ही समारोह में हिस्सा ले सकते हैं।

अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोजकों ने इन अपीलों का विरोध करते हुए तर्क दिया कि यह उचित नहीं है कि जिन्हें कैपिटल हिल पर अपराध करते हुए पकड़ा गया, वे उसी स्थान के जश्न समारोह में भाग लें। उन्होंने इसे अदालत की गरिमा और न्यायिक प्रक्रिया के विरुद्ध बताया। हालांकि न्यायाधीश ने कहा कि आरोपी अब जश्न मनाने जा रहे हैं, दंगे के लिए नहीं।

ट्रंप और कैपिटल हिल दंगों के आरोपी

डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से कैपिटल हिल दंगों में शामिल लोगों को “देशभक्त” कहकर समर्थन दिया था। यहां तक कि उन्होंने संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति बनने पर वे इन दोषियों की सजा माफ कर सकते हैं। ट्रंप का यह बयान दंगों के पीड़ितों और उनकी जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया के खिलाफ दिखाई देता है।

कानूनी प्रक्रिया और परिस्थितियां

संघीय कानून के तहत, अदालत की निगरानी में रह रहे आरोपी या दोषी व्यक्ति को अपने गृह जिले से बाहर यात्रा के लिए विशेष अनुमति लेनी होती है। दंगा मामलों में यह प्रक्रिया और कड़ी हो जाती है, क्योंकि इन मामलों को राष्ट्रीय सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया के लिए संवेदनशील माना जाता है।

समारोह और समाज की प्रतिक्रिया

ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में दंगे के आरोपियों की मौजूदगी से कई वर्गों में नाराजगी है। इसे न्यायिक प्रक्रिया के विपरीत और कानून के प्रति उदासीनता के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।

डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी और उनके द्वारा दंगाइयों का समर्थन अमेरिकी लोकतंत्र और सामाजिक संरचना पर प्रभाव डाल सकता है। ऐसे समय में जब न्यायिक निष्पक्षता और राजनैतिक जवाबदेही चर्चा में हैं, यह मुद्दा लंबे समय तक बहस का विषय रहेगा।