उपराष्ट्रपति ने कहा कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य भारत को विश्व में ज्ञान की महाशक्ति बनाना
नई दिल्ली:- उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आज कहा कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य भारत को विश्व में ज्ञान की महाशक्ति बनाना है। अगरतला में भारत प्रौद्योगिकी संस्थान के 13वें दीक्षांत समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्बोधित करते हुए श्री नायडू ने भारत को एक बार फिर से शिक्षा के क्षेत्र में जगत गुरु बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में प्राचीन शिक्षा प्रणाली से प्रेरणा ली गई है जिसमें विद्यार्थी के व्यक्तित्व के चहुंमुखी और समग्र विकास पर ध्यान दिया जाता था।
नायडू ने उच्च शिक्षा संस्थाओं और विश्वविद्यालयों से आग्रह किया कि वे अपने आप को ज्ञान और नवाचार का जीवंत केंद्र बनाएं। उन्होंने विद्यार्थियों से भी कहा कि वे अपने ज्ञान, कौशल और दक्षता का उपयोग अपने व्यावसायिक जीवन को उज्जवल, उद्देश्यपूर्ण और सफल बनाने में करें। उपराष्ट्रपति ने कॉर्पोरेट क्षेत्र से आग्रह किया कि वह विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख अनुसंधान परियोजनाओं की पहचान करे और उन्हें अपना कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व मानकर पूरा करे।