क्वेटा में आतंकी अब्दुल बाकी नूरजई ढेर: राजौरी के डांगरी हमले के मास्टरमाइंड की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर की हत्या
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में अज्ञात हमलावरों ने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI) के नेता और कुख्यात आतंकी मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई की गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्या ने पाकिस्तान में हाल ही में आतंकवाद से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों पर हो रहे हमलों की श्रृंखला को और लंबा कर दिया है। अब्दुल बाकी नूरजई को भारत के जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के डांगरी इलाके में 2023 में हिंदुओं पर हुए आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता था, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। उनकी हत्या को पाकिस्तान के अंदरूनी सुरक्षा तंत्र की असफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि हाल के महीनों में कई आतंकियों और कट्टरपंथी नेताओं को इसी तरह अज्ञात हमलावरों द्वारा निशाना बनाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, नूरजई की हत्या उस समय हुई जब वे क्वेटा में अपने वाहन से जा रहे थे। हमलावरों ने उन्हें बेहद नजदीक से गोली मारी और मौके से फरार हो गए। इस हमले के बाद स्थानीय पुलिस और सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को घेर लिया और जांच शुरू कर दी, लेकिन अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस घटना ने पाकिस्तान में बढ़ते टारगेटेड किलिंग्स को लेकर चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन आतंकियों और कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े व्यक्तियों के खिलाफ, जिन्हें पहले सरकारी संरक्षण प्राप्त था।
मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई की हत्या के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों के बीच आपसी टकराव बढ़ रहा है, या फिर सुरक्षा एजेंसियां अब इन गुटों को खत्म करने के लिए गुप्त अभियानों को अंजाम दे रही हैं। नूरजई के संबंध पाकिस्तान के कई कट्टरपंथी संगठनों से थे और उन पर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर आरोप थे। उनकी हत्या से यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए अब सुरक्षित ठिकाने खत्म हो रहे हैं और वे खुद टारगेट बनते जा रहे हैं।