खतरों के बीच मासूम बच्चों को रखकर शिक्षक संवार रहे भविष्य

मनेन्द्रगढ़| शिक्षक बच्चों का भविष्य संवारने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की लापरवाही इन मासूम बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल रही है। मनेंद्रगढ़ के बौरीडांड के आश्रित गांव चुकतीपानी के प्राथमिक स्कूल में जहां  लगभग 20 बच्चे पढ़ने आते है लेकिन इन नौनिहालों की  जिंदगी सुरक्षित नही है । यहां जल जीवन मिशन के तहत खोदे गए एक गड्ढे ने इन बच्चों के जीवन को गंभीर जोखिम में डाल दिया है।

यह वही छत्तीसगढ़ है, जहां इस तरह के गड्ढों की वजह से पहले भी कई मासूम बच्चों की जान जा चुकी है। कुछ महीने पहले ही मनेंद्रगढ़ में ठेकेदार की लापरवाही से एक मासूम बच्चा अपनी जान गंवा चुका है, लेकिन प्रशासन अपनी गलतियों से सीख नहीं ले रहा।

अब सवाल यह है कि एक बार फिर ऐसी घटना की पुनरावृत्ति होने का इंतजार किया जा रहा है? प्रधान पाठक सुरेश मिश्रा ने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन प्रशासन और पीएचई विभाग अब तक सो रहा है।

बारिश के बाद यह गड्ढा अब खतरनाक रूप से गहरा हो चुका है, जिसे प्रधान पाठक ने अस्थायी रूप से बांस की बाली से घेर दिया है। लेकिन यह उपाय भी बच्चों की सुरक्षा के लिए अपर्याप्त है।

प्रश्न यह उठता है कि कब प्रशासन जागेगा कब ? यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होगा? पीएचई विभाग के अधिकारी एस एस पैकरा ने कहा कि उन्हें इस समस्या की जानकारी नहीं है और वे ठेकेदार से बात करेंगे। यह बयान प्रशासन की लापरवाही और जमीनी हकीकत से दूर रहने को उजागर करता है।