सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक वापसी: अंतरिक्ष में 9 महीने बिताने के बाद धरती पर लौटीं, बॉलीवुड सितारों ने दी शुभकामनाएं
अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर आखिरकार सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए हैं। बीते साल जून में शुरू हुआ उनका यह अंतरिक्ष मिशन कई चुनौतियों और तकनीकी अड़चनों के कारण लंबा खिंच गया था। दरअसल, वे अंतरिक्ष में केवल 8 दिनों के लिए भेजे गए थे, लेकिन विभिन्न तकनीकी दिक्कतों के चलते उनका मिशन 286 दिनों तक चला। आखिरकार, उनकी सुरक्षित लैंडिंग फ्लोरिडा के समुद्री तट पर भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के हुई। उनके लौटने की खबर से दुनियाभर में खुशी की लहर दौड़ गई, और खासतौर पर भारत में उनके प्रशंसकों के बीच यह एक गर्व का क्षण बन गया। बॉलीवुड के कई मशहूर कलाकारों ने इस मौके पर उन्हें बधाई दी और उनकी हिम्मत व धैर्य की सराहना की।
दक्षिण भारतीय सुपरस्टार चिरंजीवी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, आपका धरती पर दोबारा स्वागत है। यह एक ऐतिहासिक घर वापसी है। आप सिर्फ 8 दिनों के लिए गए थे, लेकिन 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने पड़े। आपकी यह यात्रा अविश्वसनीय और प्रेरणादायक है।” वहीं, अभिनेता रवि किशन ने सुनीता विलियम्स को ‘भारत की बेटी’ बताते हुए एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, “स्वागत, भारत की बेटी! यह पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है। नासा और उन सभी बच्चों के लिए यह बहुत प्रेरणादायक है, जो भविष्य में अंतरिक्ष में जाने का सपना देखते हैं।”
अभिनेता आर. माधवन ने भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए लिखा, “सुनीता विलियम्स, आपका धरती पर स्वागत है। हमारी दुआएं कुबूल हुईं। आपको मुस्कुराता हुआ देखकर बहुत अच्छा लगा।” बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जैकी श्रॉफ ने भी इस मिशन के दौरान दिखाए गए धैर्य की सराहना करते हुए लिखा, “स्पेस में 9 महीने बिताना असाधारण धैर्य और साहस की बात है।” वहीं, पूर्व मिस वर्ल्ड और अभिनेत्री मानुषी छिल्लर ने इस ऐतिहासिक क्षण पर लिखा, “इस तरह के पल हमें इंसानियत और विज्ञान की अद्भुत शक्ति की याद दिलाते हैं।”
गौरतलब है कि 59 वर्षीय सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को यूक्लिड, ओहियो, अमेरिका में हुआ था। उनके पिता दीपक पांड्या भारतीय मूल के थे और गुजरात से ताल्लुक रखते थे, जबकि उनकी मां स्लोवेनियाई मूल की थीं। सुनीता विलियम्स अमेरिकी नौसेना में कैप्टन रह चुकी हैं और अंतरिक्ष में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां अपने नाम कर चुकी हैं। उनकी यह लंबी और कठिन अंतरिक्ष यात्रा विज्ञान और तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ती है।
सुनीता विलियम्स की यह वापसी न केवल नासा और वैज्ञानिक समुदाय बल्कि आम जनता के लिए भी एक प्रेरणादायक घटना है। उन्होंने अंतरिक्ष में रहते हुए कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए, विभिन्न तकनीकी समस्याओं का समाधान खोजा और अंतरिक्ष में मानव अस्तित्व को लेकर नई संभावनाओं को उजागर किया। उनकी इस यात्रा ने यह साबित कर दिया कि अंतरिक्ष अन्वेषण में धैर्य, साहस और समर्पण की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। दुनियाभर के वैज्ञानिक, नेता और आम नागरिक इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं और उनके भविष्य के अभियानों के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं।