“अमेरिकी चुनावी जंग में संघर्ष जारी: ट्रंप ने बनाई बढ़त, कमला हैरिस को अंतिम क्षणों में झटका”

वाशिंगटन:  अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है, जिसमें नए सर्वेक्षणों के अनुसार ट्रंप ने मामूली बढ़त हासिल की है। चुनाव से सिर्फ दो सप्ताह पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को बड़ा झटका लगा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के ताजा सर्वे के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर ट्रंप ने अब 4 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52 प्रतिशत समर्थन हासिल कर लिया है, जबकि कमला हैरिस के समर्थन में 48 प्रतिशत मतदाता हैं। इस बढ़त से ट्रंप की जीत की संभावना और मजबूत होती दिख रही है।

हालांकि, यह बढ़त स्विंग राज्यों में निर्णायक साबित हो सकती है, जहां चुनाव का परिणाम किसी भी दिशा में जा सकता है। पोलिटिको की नई रिपोर्ट के मुताबिक, 5 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले एक और सर्वे में ट्रंप 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 48 प्रतिशत समर्थन हासिल कर चुके हैं, जबकि कमला हैरिस 45 प्रतिशत पर हैं। यह मामूली अंतर दिखाता है कि राष्ट्रीय स्तर पर अभी भी दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है।

स्विंग राज्यों में निर्णायक मुकाबला

चुनावी दौड़ का असली फैसला स्विंग स्टेट्स में होगा, जहां दोनों उम्मीदवारों को मामूली बढ़त मिली है। वाशिंगटन पोस्ट द्वारा जारी किए गए सर्वे के अनुसार, 19-22 अक्टूबर के बीच 1,500 पंजीकृत मतदाताओं से बातचीत की गई, जिसमें 48 प्रतिशत लोग ट्रंप को राष्ट्रपति पद के लिए सबसे उपयुक्त मानते हैं, जबकि 45 प्रतिशत मतदाता कमला हैरिस के पक्ष में हैं। दिलचस्प बात यह है कि कोई भी उम्मीदवार अभी तक 50 प्रतिशत या उससे अधिक का समर्थन हासिल नहीं कर पाया है, जिससे चुनावी परिणाम को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।

विशेषकर विस्कॉन्सिन, मिशिगन, एरिज़ोना, जॉर्जिया, और नॉर्थ कैरोलिना जैसे महत्वपूर्ण स्विंग स्टेट्स में ट्रंप की स्थिति मजबूत बनी हुई है, जबकि नेवादा, पेंसिल्वेनिया और अन्य राज्यों में कड़ा मुकाबला चल रहा है। ये राज्य चुनाव का परिणाम तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। राष्ट्रपति बनने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत होती है, लेकिन ताजा अनुमानों के मुताबिक अभी न तो ट्रंप और न ही कमला हैरिस ने स्पष्ट रूप से यह संख्या हासिल की है।

कमला हैरिस की प्रतिक्रिया और दावे

चुनावी संघर्ष के बीच, कमला हैरिस ने अपनी जीत का दावा बरकरार रखा है। उन्होंने जॉर्जिया में चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि वह सभी अमेरिकियों की नेता बनने के लिए तैयार हैं और लोकतंत्र के भविष्य के प्रति लोगों की चिंताओं को समझती हैं। हैरिस ने ट्रंप पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में मौलिक स्वतंत्रताओं को छीना गया है, और वह इस स्थिति को बदलने के लिए तैयार हैं।

इसके साथ ही, उन्होंने सीमा सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि अगर वह निर्वाचित हुईं, तो वह एक द्विदलीय सीमा सुरक्षा विधेयक पेश करेंगी और इसे कानून बनाएंगी। उनके चुनाव प्रचार में यह संदेश दिया जा रहा है कि वह न केवल अमेरिका की मौजूदा चुनौतियों का सामना करेंगी, बल्कि देश को एक नई दिशा में लेकर जाएंगी।

ट्रंप की बढ़त और चुनावी संभावनाएँ

ट्रंप की चुनावी संभावनाओं को देखते हुए, रिपब्लिकन समर्थकों में उत्साह बढ़ रहा है। हाल के सर्वेक्षणों में ट्रंप ने लगातार बढ़त बनाई है, जिससे उनकी जीत की संभावना और प्रबल हो रही है। लेकिन यह बात भी स्पष्ट है कि स्विंग स्टेट्स में वोटों का अंतिम रुख ही निर्णायक साबित होगा।

चुनावी दौड़ अब अपने अंतिम चरण में है, और दोनों उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। ऐसे में चुनाव का परिणाम अमेरिकी इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।