“भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई: सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी, 18 नवंबर तक रिमांड पर”

रायपुर :  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हालिया घटनाक्रम में राज्य की आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने सौम्या चौरसिया को आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से ईओडब्ल्यू को 10 दिन का रिमांड मिला, जिसके चलते अब सौम्या चौरसिया को 18 नवंबर तक एसीबी/ईओडब्ल्यू की हिरासत में रहना होगा।

यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही सख्त मुहिम के तहत हुई है। इस मामले की जड़ें जुलाई में हुई एक जांच तक जाती हैं, जिसमें सौम्या चौरसिया के खिलाफ कई अनियमितताओं और आय से अधिक संपत्ति रखने के साक्ष्य सामने आए थे। जांच एजेंसियों ने उनकी संपत्तियों, बैंक लेन-देन और निवेश पर गहन नजर डालते हुए संपत्तियों का विस्तृत लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।

सूत्रों के अनुसार, राज्य की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने 2 जुलाई को उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके तहत उनकी आर्थिक गतिविधियों और लेन-देन का बारीकी से विश्लेषण किया गया। इस मामले में अन्य कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों की भी संलिप्तता होने का शक जताया जा रहा है, जिस पर एजेंसी की नजर बनी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर उनकी संपत्तियों का स्रोत स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।

सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी ने राज्य में राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामलों पर सरकार की सख्त नीति के चलते, इस मामले को प्रदेश की एक बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में अन्य मामलों में भी गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।