प्रदीप शर्मा ने बैठक में कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत राज व्यवस्था में ग्राम पंचायतों की सशक्त भूमिका है। उन्होंने कहा कि जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों का सामंजस्य  होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंचायतों के अधिकार भी स्पष्ट होना चाहिए। उन्होंने पंचायतों में महिलाओं की और अधिक सशक्त भागीदारी सहित ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण विचार रखे तथा टास्क फोर्स के लिए विभिन्न वर्किंग गु्रप बनाने के लिए सदस्यों से अपने आवश्यक सुझाव रखने का भी अनुरोध किया गया।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना ने टास्ट फोर्स के वार्किंग गु्रप के गठन के परिपेक्ष्य में ग्रामीण विकास की रणनीति, वर्किंग गु्रप की प्राथमिकताओं और एक्सपर्ट्स के सुझाव और पंचायतों के वित्तीय समावेश एवं सुशासन सहित पंचायतों के सदस्यों के उन्मुखीकरण और क्षमता निर्माण के संबंध में महत्वपूर्ण तथ्य रखे। उन्होंने प्रदेश के आदिवासी एवं संवेदनशील क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार लाने में ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया।

बैठक में टास्क फोर्स के सदस्य शंकर दत्ता, शम्भू प्रसाद, नीरज देवांगन, नमिता मिश्रा, उपमा दीवान, अशोक जायसवाल और सरोज महापात्र शामिल हुए। बैठक में सदस्यों से शीघ्र ही वर्किंग गु्रप गठन हेतु महत्वपूर्ण सुझाव एवं कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया।

बैठक में राज्य योजना आयोग की बत्सला मिश्रा ने बताया कि राज्य योजना आयोग द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर सलाह हेतु 14 टास्क फोर्स गठित होना है, जिसमें से 13 का गठन हो चुका है। उन्होंने बैठक के प्रारंभ में ग्रामीण विकास एवं प्रबंधन संबंधी टास्क फोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी रखी। बैठक में टास्क फोर्स के संयोजक व्ही.पी तिर्की, छत्तीसगढ़ राज्य आजीविका मिशन से एल.एस. लकड़ा उपस्थित थीं।