नई दिल्ली: संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को एक्स (X) पर पोस्ट (Post) कर बताया कि संसद (Parliament) का एक विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक 5 बैठकों के साथ बुलाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, 10 से ज्यादा महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाएंगे. बिल की वजह से स्पेशल सेशन (special session) बुलाया जा रहा है.
प्रह्लाद जोशी ने लिखा कि अमृत काल के बीच संसद में सार्थक चर्चा और बहस का इंतजार कर रहा हूं. बता दें कि संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त तक चला था. इस दौरान मणिपुर हिंसा को लेकर दोनों ही सदनों में जमकर हंगामा हुआ था.
लेकिन दिल्ली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के एक सप्ताह बाद होने वाले इस विशेष सत्र का एजेंडा क्या होगा और क्यों यह विशेष सत्र बुलाया जा रहा है, इस बारे में कोई स्पष्टत: नहीं है। ध्यान रहे कि संसद का मॉनसून सत्र पिछले महीने 11 अगस्तो को ही खत्म हुआ है। मॉनसून सत्र 20 जुलाई को शुरु हुआ था। इस सत्र में मणिपुर मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी आया था।
मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में 22 और राज्यसभा में 25 बिल पास हुए थे। इसके अलावा दोनों सदनों ने 23 बिलों को मंजूरी देकर कानून का रूप दिया था। जिन बिलों को मंजूरी दी गई उनमें से कई बिल पिछले सत्र के थे। कुल मिलाकर मॉनसून सत्र में लोकसभा का कार्य 45 फीसदी और राज्यसभा का काम 63 फीसदी हुआ था।