उत्तर प्रदेश में सिल्क क्लस्टर विकास: उपचुनावों के बीच योगी आदित्यनाथ ने किया महत्वपूर्ण उद्घाटन
उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की तैयारियों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में, मंगलवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिल्क एक्सपो का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने 16 कृषकों और उद्यमियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी, भदोही और आजमगढ़ से मुबारकपुर तक के जिलों में सिल्क क्लस्टर विकसित करने की दिशा में केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। काशीधाम के विकास के बाद बनारसी साड़ियों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे बस्ती, गोरखपुर और देवीपाटन जैसे मंडलों में रेशम उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश को देश का पहला राज्य बताते हुए कहा, जिसने परंपरागत उत्पादों के लिए नई नीति बनाई है। इस नीति का नाम “एक जिला, एक उत्पाद” रखा गया है, जिसका उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करना है। सरकार ने इस योजना के तहत उत्पादन, पैकेजिंग, मार्केटिंग और डिजाइनिंग को एकीकृत किया है। इसके परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश में 75 से अधिक उत्पादों को भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग प्राप्त हुआ है, जो उनके गुणवत्ता और विशिष्टता को दर्शाता है।
वहीं, भाजपा उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से एक्शन मोड में है। पार्टी ने बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन में बदलाव करने का निर्णय लिया है। 25 अक्टूबर तक सभी जिला चुनाव अधिकारियों की घोषणा की जाएगी, जबकि 27 अक्टूबर तक संगठनात्मक चुनावों के लिए प्रदेश स्तरीय कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इसके बाद, 5 नवंबर तक जिला स्तरीय कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी, जिससे पार्टी की चुनावी रणनीतियों को और मजबूत किया जा सके।
इस प्रकार, योगी सरकार के इस कदम से न केवल सिल्क उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि उपचुनावों की तैयारियों में भी पार्टी को मजबूती मिलेगी। राज्य में सिल्क उद्योग को नई दिशा देने के साथ ही, भाजपा अपने संगठन को चुनावी रणनीतियों के तहत तैयार करने में जुटी है, जिससे आगामी उपचुनावों में जीत सुनिश्चित की जा सके।