श्रुति हासन का बेबाक खुलासा: पारिवारिक संघर्षों ने सिखाया आर्थिक स्वतंत्रता का महत्व

अभिनेत्री श्रुति हासन ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में अपने व्यक्तिगत जीवन के एक महत्वपूर्ण पहलू पर खुलकर बात की, जिसमें उन्होंने अपने माता-पिता के तलाक और इससे जुड़े अनुभवों को साझा किया। श्रुति, जो साउथ इंडियन फिल्मों की एक लोकप्रिय अभिनेत्री हैं और बॉलीवुड में भी अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी हैं, ने इस साक्षात्कार में बताया कि कैसे उनके माता-पिता के अलगाव ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला और आर्थिक स्वतंत्रता के महत्व को समझने में मदद की।

श्रुति ने कहा, “मैं एक अच्छे और समृद्ध परिवार में पैदा हुई हूं। मेरे परिवार में किसी चीज की कमी नहीं थी, और मेरे माता-पिता दोनों ही काफी समझदार और सहयोगी हैं।” हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि उनके माता-पिता के तलाक ने उनकी दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया। इस घटना ने उन्हें झकझोर कर रख दिया और यह समझने पर मजबूर कर दिया कि आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना कितना जरूरी है।

अभिनेत्री ने कहा, “जब मैंने अपनी मां को देखा, तो मुझे एहसास हुआ कि एक बेटी होने के नाते मुझे खुद को आत्मनिर्भर बनाना होगा। किसी पर निर्भर रहना हमेशा कठिन निर्णय लेने को और भी मुश्किल बना देता है।” उन्होंने बताया कि माता-पिता का तलाक केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि पेरेंट्स के लिए भी भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने यह भी बताया कि आज समाज में तलाक लेना उतना असामान्य नहीं रह गया है, लेकिन फिर भी इसके परिणाम हर किसी के लिए कठिन होते हैं।

श्रुति ने अपनी मां का उदाहरण देते हुए आर्थिक स्वतंत्रता की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में ऐसे कई परिवार हैं, जहां माता-पिता केवल सामाजिक दबाव या दिखावे की वजह से एक साथ रहते हैं। इस स्थिति को अभिनेत्री ने और भी कठिन और दर्दनाक बताया, क्योंकि दोनों व्यक्तियों के मन में गहरी तकलीफ छुपी होती है।

अपनी बातों को साझा करते हुए श्रुति ने दर्शाया कि उनके जीवन की यह घटना उन्हें न केवल व्यक्तिगत तौर पर बल्कि व्यावसायिक रूप से भी आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करती रही। अभिनेत्री ने अपने स्पष्ट और मुखर स्वभाव के लिए हमेशा सराहना प्राप्त की है।

वर्कफ्रंट की बात करें तो श्रुति को हाल ही में प्रशांत नील द्वारा निर्देशित फिल्म ‘सालार: पार्ट 1-सीजफायर’ में देखा गया था। इसमें उनके साथ प्रभास और पृथ्वीराज सुकुमारन मुख्य भूमिकाओं में थे। उनके शानदार अभिनय और व्यक्तित्व ने उनके प्रशंसकों को हमेशा प्रभावित किया है। श्रुति हासन का यह साक्षात्कार उनके जीवन के अनुभवों और दृष्टिकोण की गहराई को उजागर करता है, जिसने उन्हें न केवल एक अदाकारा बल्कि एक मजबूत और स्वतंत्र व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया है।