“शेख हसीना के विश्वासपात्र पत्रकार सीमा पर गिरफ्तार,भारत भागने की कोशिश नाकाम”
ढाका: बांग्लादेश में हाल ही में हुई राजनीतिक उथल-पुथल के बीच तीन प्रमुख पत्रकारों की गिरफ्तारी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है। ये पत्रकार, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के करीबी माने जाते हैं, भारत भागने की कोशिश करते हुए उत्तरी मैमनसिंह सीमा के पास हिरासत में लिए गए। इनमें प्रमुख नाम मोजम्मेल बाबू, जो निजी एकटूर टीवी के मुख्य संपादक हैं, और श्यामोल दत्ता, जो भोरेर कागोज के संपादक हैं, शामिल हैं। इनके साथ एकटूर टीवी के रिपोर्टर महबाबुर रहमान और ड्राइवर सेलिम को भी पकड़ा गया।
घटना सोमवार तड़के की है जब ये सभी एक कार में भागने की कोशिश कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने इन्हें मैमनसिंह जिले के धोबौरा सीमा की जीरो लाइन के पास रोक लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक, ग्रामीणों ने इन पत्रकारों पर हमला किया और उनके पैसे भी छीन लिए, जिसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की और ढाका भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गिरफ्तारी का यह मामला तब सामने आया जब कुछ सप्ताह पहले ही एक अन्य पत्रकार दंपति फरजाना रूपा और शकील अहमद को फ्रांस भागने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया गया था। उन पर बांग्लादेश में हुए छात्र विरोध के दौरान हत्या का आरोप है।
शेख हसीना की सरकार के खिलाफ हुए इस छात्र आंदोलन और उसके बाद हुई हिंसा ने देश को अस्थिर कर दिया था। हसीना सरकार के इस्तीफे के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ। इस पूरे आंदोलन में विवादास्पद सरकारी कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, कई पत्रकारों के खिलाफ हत्या और हिंसा के आरोप लगे हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय पत्रकार संगठन चिंतित हैं। हालांकि, अंतरिम सरकार ने आश्वासन दिया है कि इन आरोपों की पूरी जांच के बाद ही गिरफ्तारी की जाएगी।
