HomeNATIONALCHHATTISGARHमहिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की योजनाओं में लेटलतीफी देख भड़के आयुक्त

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की योजनाओं में लेटलतीफी देख भड़के आयुक्त

संध्या सिंह

रिसाली। नेवई गोठान में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने दिए निर्देश के पालन में लापरवाही बरतने पर निगम आयुक्त आशीष देवांगन जमकर भड़के। उन्होंने अपनी उपस्थिति में मिट्टी फैलाने टेªक्टर बुलवाया। तालाब को आकार देने बैक होल लोडर से काम शुरू कराया।

नगर पालिक निगम रिसाली के आयुक्त आशीष देवांगन ने पूरी टीम के साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने किए जा रहे कार्यो की समीक्षा करने नेवई गोठान पहुंचे। आयुक्त ने मिट्टी फैलाने के कार्य पूर्ण नहीं होने पर आश्चर्य व्यक्त किया। उन्होंने तत्काल स्वास्थ्य विभाग फोन कर टैªक्टर मंगाया और मिट्टी ढुलाई का कार्य का महज 4 घंटे में पूर्ण करने कहा। इसी तरह बैक होल लोडर से तालाब को आकार देने के लिए शाम तक का मोहलत दी। आयुक्त ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि 10 दिनों के अंदर प्रत्येक महिला समूहों को आवश्यकता अनुसार संसाधन हर हाल में उपलब्ध हो जाना चाहिए। इस दौरान कार्यपालन अभियंता सुशील बाबर, उपअभियंता अखिलेश गुप्ता, उमयंती ठाकुर, गोपाल सिन्हा आदि उपस्थित थे।


शासन की योजना के तहत नेवई की महिलाओं ने समूह का गठन कर कबूतर व खरगोश पालन करने निर्णय ली है। आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं को ऋण भी मिल चुका है। आयुक्त आशीष ने महिलाओं से चर्चा कर 15 दिनों की मोहलत देते हुए शेड निर्माण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि हर हाल में महिलाएं जुलाई प्रथम सप्ताह तक कार्य आरंभ कर लेवे।

आयुक्त ने कहा कि गोठान निर्माण के उद्देश्य को समझना होगा। उद्देश्य के अनुरूप ही महिलाएं कार्य करे। उन्होंने महिला स्वसहायता समूह के पदाधिकारियों से कहा कि दोना पत्तल निर्माण के लिए निगम शेड तैयार कर रहा है। वे मशीन व कच्चा माल खरीदना शुरू करे, ताकि उत्पादन शीघ्र हो। उन्होंने महिलाओं को सब्जी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया।

महिला एवं बाल विकास विभाग प्रभारी ईश्वरी साहू ने सलाहकार समिति की बैठक में आजीविका मिशन के कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान पार्षद सद्स्यों ने नेवई गोठान की सुरक्षा पर जोर दिया। बैठक में एमआईसी के लिए प्रस्ताव तैयार करते कहा कि गोठान के चारो ओर बाउंड्रीवाल तैयार हो। वही आजीविका मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी ने जानकारी दी कि निगम क्षेत्र में कुल 156 महिला समूह पंजीकृत हैं इसमें से 45 समूह आत्मनिर्भर बनने अलग क्षेत्रों में कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि शेष बचे हुए समूह को वे ऋण लेकर कार्य शुरू करने प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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