“संजय राउत ने फडणवीस पर बीड में नक्सलियों को बचाने का आरोप लगाया”
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें बीड में हुई नक्सलियों की हत्या और उससे जुड़े घटनाक्रमों पर सरकार की निष्क्रियता को लेकर आलोचना की गई। राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि फडणवीस को यह याद रखना चाहिए कि उन्होंने गृह मंत्रालय अपनी राजनीति के कार्यकर्ताओं और नेताओं की रक्षा करने के लिए नहीं, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा और सेवा के लिए संभाला है।
राउत ने सीधे तौर पर देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि “अर्बन नक्सल” जैसे शब्दों का इस्तेमाल फडणवीस को अपना पसंदीदा शब्द बना लेना चाहिए, और अब उन्हें बीड जिले में बढ़ते नक्सलवाद पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। राउत ने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बीड में हुई 38 हत्याओं ने राज्य सरकार के हालातों पर सवाल उठाए हैं। खासकर 9 दिसंबर को बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद से विपक्ष राज्य सरकार पर आरोप लगा रहा है कि वह इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। राउत ने कहा कि इस हत्याकांड से नक्सलवाद के बढ़ते प्रभाव को लेकर सवाल उठते हैं और उनके पास सरकार के खिलाफ कार्रवाई की कोई प्रभावी योजना नहीं है।
विपक्ष ने बीड में नक्सलवाद के बढ़ते खतरे को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। इस बीच, राउत ने आरोप लगाया कि “मंत्रिमंडल में मौजूद लोगों का इस हत्याकांड से अप्रत्यक्ष संबंध हो सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि 29 दिसंबर को एक सर्वदलीय मोर्चा आयोजित किया जाएगा, जिसमें बीड सरपंच हत्या पर कार्रवाई की मांग की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आरएसएस, भाजपा और फडणवीस बीड में नक्सलवाद का समर्थन कर रहे हैं, जो जिले के निर्दोष नागरिकों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।
राज्य में इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने राकांपा नेता धनंजय मुंडे को बीड सरपंच हत्या मामले में राज्य मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की भी मांग की थी, और दावा किया था कि मामले में मुख्य रूप से वाल्मीक कराड का हाथ हो सकता है, जो मुंडे का करीबी सहयोगी है। हालांकि, कराड को हत्या के आरोप में नामजद नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस विभाग ने इस मामले में अपने स्तर पर कदम उठाए हैं, जिसमें बीड के पुलिस अधीक्षक का तबादला किया गया है।
राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी और इस दौरान उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की थी। उन्होंने कहा कि जब बीड में सरपंच की हत्या के बाद से इस पर राजनीतिक हलचल मची थी, वे मुख्यमंत्री से मुलाकात करने गए थे ताकि इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
राज्य की राजनीति में चल रहे इस मामले के निपटारे में कोई न कोई बड़ी राजनीतिक चुनौती पैदा होती नजर आ रही है। विपक्षी दल लगातार सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि वह अपनी कार्रवाई से किसी राजनीतिक नेता या कार्यकर्ता को बचाने की कोशिश कर रही है और इस खतरनाक नक्सलवाद संकट से निपटने में पूरी तरह से विफल हो रही है।