“गौतम गंभीर पर संजय मांजरेकर की तीखी प्रतिक्रिया, पोंटिंग के बयान को लेकर भी उठाया सवाल”

नई दिल्ली  हाल ही में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर सहित कुछ स्टार खिलाड़ियों की आलोचना की गई। इस हार के बाद गंभीर पर कई तीखे सवाल दागे गए थे, खासकर उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान। इस पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने गंभीर की मीडिया से बात करने के तरीके पर सवाल उठाया और कहा कि बीसीसीआई को गंभीर को मीडिया से दूर रखना चाहिए, ताकि वह पर्दे के पीछे से अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

मांजरेकर ने सोशल मीडिया पर यह टिप्पणी करते हुए लिखा कि गंभीर का मीडिया से संवाद करने का तरीका और उनके शब्द सही नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि रोहित शर्मा और जय Shah की अध्यक्षता वाले अजित अगरकर जैसे व्यक्ति मीडिया के सामने आने के लिए ज्यादा उपयुक्त हैं। मांजरेकर का मानना था कि गंभीर को मीडिया से दूर रखा जाना चाहिए और उन्हें खेल से जुड़े कर्तव्यों पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि मीडिया से निपटने में समय व्यतीत करना चाहिए।

इसके अलावा, गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय क्रिकेट के सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा का समर्थन किया। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कोहली की खराब फॉर्म पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अगर किसी अन्य खिलाड़ी ने पिछले पांच सालों में केवल दो शतक बनाए होते तो वह टीम में नहीं होता। पोंटिंग की इस टिप्पणी पर गंभीर ने नाराजगी जाहिर की और पलटवार करते हुए कहा कि पोंटिंग को भारतीय क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि विराट और रोहित में प्रदर्शन करने की भूख है और पोंटिंग को इस पर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

गंभीर ने यह भी कहा कि पोंटिंग को भारतीय क्रिकेट के बारे में बोलने से पहले अपने देश के क्रिकेट के बारे में सोचना चाहिए। इस बयान से यह साफ होता है कि गंभीर सीनियर खिलाड़ियों के समर्थन में खड़े हैं और पोंटिंग के आरोपों को गलत मानते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कोहली और रोहित पर किसी तरह का दबाव नहीं है और वे आगामी मैचों में शानदार प्रदर्शन करेंगे।

इस पूरे मामले से यह स्पष्ट होता है कि गंभीर भारतीय क्रिकेट की स्थिति को लेकर काफी दृढ़ हैं और मीडिया से किसी भी तरह के बाहरी दबाव को नकारते हुए टीम के सीनियर खिलाड़ियों के समर्थन में खड़े हैं।