गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में राजनांदगांव पुलिस नाम दर्ज, जिले में चला था ये अभियान
राजनांदगांव | राजनांदगांव पुलिस ने नवा बिहान के तहत साइबर जागरूकता और नशे के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया है | जिसके तहत जिले में शुक्रवार को एक साथ दोपहर 12 बजे अभियान की शुरुआत की गई | जिसका वर्ल्ड रिकॉर्ड पुलिस के नाम दर्ज हुआ | जिले के 168 स्कूल कॉलेज में एक साथ अभियान चलाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम पुलिस ने दर्ज करवाया है | इसे लेकर राजनंदगांव आईजी दीपक कुमार झा ने बताया कि राजनांदगांव पुलिस ने नवा बिहान कार्यक्रम चलाया है | जिसके तहत साइबर क्राइम के विरुद्ध और नशे के विरुद्ध एक अवेयरनेस कार्यक्रम चलाया जा रहा है |
एक ही समय में 168 लोकेशन में अलग-अलग स्कूल कॉलेज में पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने साइबर क्राइम को लेकर अवेयरनेस कैंपेन चलाय | इसको देखते हुए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के माध्यम से इस अभियान को सम्मानित किया गया | गोल्डन वर्ल्ड बुक टीम ने इसे लेकर सर्टिफिकेट दिया गया है | निश्चित रूप से ये बहुत बड़ी उपलब्धि है |जागरुकता अभियान कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग,कलेक्टर संजय अग्रवाल और अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे |
राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा बताया आज हमने पूरे पुलिस महकमें मे के साथ एक साथ 168 केंद्र में साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक किया था जो आज एक रिकॉर्ड बन गया है राजनंदगांव एसपी और कलेक्टर को मैं बधाई देता हूं
राजनांदगांव कलेक्टर ने बताया की अभियान साइबर जागृति और नशाबंदी के प्रति जोरदार तरीके से चलाया गया था जो 168 केंद्र के माध्यम से 50 हजार लोगों तक पहुंचा और 50 हजार लोग आगे भी लोगों को साइबर क्राइम के प्रति और फ्रॉड के प्रति जागरूक करेंगे। रिकॉर्ड पर बधाई दी
राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा साइबर फ्रॉड और साइबर सिक्योरिटी और नशा बंदी जागरूकता के प्रति एक अच्छा अभियान था जिसके कारण गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ यह काम हम 5 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक कर रहे |
आपको बता दें कि राजनांदगांव जिले के 168 लोकेशन पर पूरे जिले में पुलिस की टीम और प्रशासन के अधिकारियों ने बच्चों युवाओं को अवेयर किया |जिसमें साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस और नशे के विरोध अभियान के तहत लगभग 50 हजार लोगों को जानकारी दी गई | इस अभियान का मकसद आने वाले समय में लोगों को नशे और साइबर क्राइम को लेकर जागरूक करना है |गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस पूरे कार्यक्रम का नाम दर्ज किया गया है | जो की एक बड़ी उपलब्धि है |
