राहुल गांधी स्वास्थ्य कारणों से ‘गांधी भारत कार्यक्रम’ से रहे अनुपस्थित, अर्थव्यवस्था पर भाजपा सरकार को दी तीखी चुनौती
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी द्वारा कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित ‘गांधी भारत कार्यक्रम’ कई महत्वपूर्ण घटनाओं और बयानों का केंद्र बना। यह कार्यक्रम महात्मा गांधी की अध्यक्षता में 1924 में बेलगावी में आयोजित हुए एकमात्र कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी को समर्पित है। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति तय की गई थी। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वास्थ्य कारणों से कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाए।
‘गांधी भारत कार्यक्रम’ का महत्व
इस आयोजन में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने महात्मा गांधी के आदर्शों और भारत की आजादी में उनके योगदान को याद करते हुए ‘सुवर्ण विधान सौध’ में गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण किया। इसके अलावा, सीपीईडी मैदान में एक बड़ी जनसभा का भी आयोजन किया गया, जिसमें जनता को पार्टी के आगामी एजेंडे और विचारधारा से अवगत कराया गया। यह आयोजन मूल रूप से पिछले वर्ष 27 दिसंबर को होना था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
राहुल गांधी का अनुपस्थित रहना और सोशल मीडिया पर तीखे सवाल
राहुल गांधी की तबीयत ठीक न होने की वजह से उनका कार्यक्रम में शामिल न हो पाना चर्चा का विषय रहा। हालांकि, उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर तीखा हमला किया। राहुल गांधी ने लिखा, “मोदी जी के विकसित भारत की सच्चाई: मेहनत आपकी, मुनाफा किसका?” उन्होंने सवाल उठाया कि देश के आम नागरिकों की मेहनत से अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है, लेकिन क्या उन्हें इसका लाभ मिल रहा है।
उन्होंने दावा किया कि विनिर्माण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी 60 साल के सबसे निचले स्तर पर है, जिससे रोजगार के संकट में इजाफा हुआ है। साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए जीएसटी और आयकर नीतियों ने गरीब और मध्यम वर्ग का जीवन कठिन बना दिया है, जबकि कॉर्पोरेट घरानों के कर्जे माफ किए जा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष का केंद्र सरकार पर हमला
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने भी केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर अर्थव्यवस्था के विभिन्न सूचकांकों का हवाला देते हुए आलोचना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान आर्थिक नीतियों ने समाज के एक बड़े वर्ग को उनकी उचित हिस्सेदारी से वंचित कर दिया है। उनका कहना था कि जीएसटी जैसे फैसलों ने न केवल छोटे व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों पर बोझ डाला है, बल्कि देश के आर्थिक ढांचे को भी कमजोर किया है।
कांग्रेस पार्टी का मजबूत नेतृत्व
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने महात्मा गांधी के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता व्यक्त की। बेलगावी में आयोजित यह ऐतिहासिक समारोह कांग्रेस पार्टी के लिए न केवल गांधीवादी मूल्यों को पुनः जागृत करने का अवसर है, बल्कि 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी का भी संकेत है।
यह कार्यक्रम कांग्रेस के इतिहास, वर्तमान और भविष्य की योजनाओं का प्रतीक है, जिसमें एक ओर गांधी के विचारों की पुनः स्मृति है और दूसरी ओर राहुल गांधी की आलोचनात्मक टिप्पणी के माध्यम से आर्थिक और सामाजिक नीतियों पर सवाल उठाने की रणनीति।