ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर के गेंदबाजी एक्शन पर सवाल, बायोमीट्रिक जांच अनिवार्य

सिडनी:  ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज मैट कुहनेमन इन दिनों विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था और अपनी टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन अब उनके गेंदबाजी एक्शन को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को उनके गेंदबाजी एक्शन की शिकायत मिली है और यदि उनका एक्शन अवैध पाया जाता है, तो उन पर प्रतिबंध भी लग सकता है।

श्रीलंका टेस्ट के दौरान अंपायरों ने की शिकायत

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान मैच अधिकारियों ने कुहनेमन के गेंदबाजी एक्शन पर संदेह जताया और इसकी शिकायत आईसीसी को की। इसके चलते कुहनेमन का बायोमीट्रिक टेस्ट किया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि उनका गेंदबाजी एक्शन क्रिकेट के नियमों के तहत वैध है या नहीं।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा,
“हमें गॉल में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान मैच अधिकारियों द्वारा की गई शिकायत की जानकारी दी गई है। हम इस पूरे मामले में मैट कुहनेमन का सहयोग करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाए।”

पहली बार हुई है शिकायत, लेकिन सस्पेंशन झेल रहे हैं कुहनेमन

मैट कुहनेमन ने वर्ष 2017 में अपना पेशेवर क्रिकेट करियर शुरू किया था और अब तक 124 पेशेवर मैच खेल चुके हैं। इतने लंबे करियर में पहली बार उनके गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठे हैं। श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उन्होंने शानदार 16 विकेट चटकाए थे, जिससे वे विरोधी टीम के लिए सबसे खतरनाक गेंदबाज साबित हुए।

हालांकि, जब तक उनके गेंदबाजी एक्शन की बायोमीट्रिक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया गया है। यानी वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खेलते नजर नहीं आएंगे, लेकिन उन्हें घरेलू क्रिकेट में अपने राज्य तस्मानिया की टीम का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दी गई है।

ब्रिसबेन में होगी बायोमीट्रिक जांच, ऑस्ट्रेलिया को कुहनेमन पर पूरा भरोसा

आईसीसी के नियमों के अनुसार, जब किसी गेंदबाज के गेंदबाजी एक्शन पर संदेह जताया जाता है, तो उसके बायोमैकेनिक्स की विशेष लैब में जांच की जाती है। इस प्रक्रिया के तहत गेंदबाज को अलग-अलग परिस्थितियों में गेंदबाजी करनी होती है और उसके हाथ के बेंड एंगल को मापा जाता है। आईसीसी के नियमों के अनुसार, गेंदबाजी के दौरान 15 डिग्री से अधिक का बेंड अवैध माना जाता है।

कुहनेमन का बायोमीट्रिक परीक्षण ब्रिसबेन में किया जाएगा, जिसके बाद ही उनके भविष्य को लेकर फैसला किया जाएगा। हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को पूरा भरोसा है कि वह इस टेस्ट में पास हो जाएंगे।

एक ऑस्ट्रेलियाई टीम अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“हम कुहनेमन के गेंदबाजी एक्शन को लेकर चिंतित नहीं हैं। हमें भरोसा है कि वह आईसीसी की जांच में क्लियर हो जाएंगे और जल्द ही दोबारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करते नजर आएंगे।”

ऑस्ट्रेलिया को जून तक नहीं खेलना टेस्ट मैच, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल पर नजरें

ऑस्ट्रेलिया को जून तक कोई टेस्ट सीरीज नहीं खेलनी है, जिससे कुहनेमन के पास अपने गेंदबाजी एक्शन की जांच कराने और सुधार करने का पर्याप्त समय रहेगा। टीम अब सीधे लंदन में खेले जाने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां उसका मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा।

गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया ने पहले भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हराया और फिर श्रीलंका को उसके घर में 2-0 से शिकस्त दी। कुहनेमन ने इन दोनों सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था, जिससे टीम उन्हें फाइनल में खेलने के लिए तैयार कर रही थी। लेकिन गेंदबाजी एक्शन को लेकर आईसीसी की जांच उनके करियर को प्रभावित कर सकती है।

क्या कुहनेमन पर लग सकता है प्रतिबंध?

यदि जांच में पाया जाता है कि कुहनेमन का गेंदबाजी एक्शन अवैध है और उसमें 15 डिग्री से अधिक का बेंड है, तो आईसीसी उन्हें गेंदबाजी करने से रोक सकती है। इस स्थिति में कुहनेमन को अपने गेंदबाजी एक्शन में बदलाव करना होगा और दोबारा जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। कई गेंदबाजों के साथ पहले भी ऐसा हो चुका है, जिनमें सईद अजमल, सुनील नारायण और जोहान बोथा जैसे नाम शामिल हैं।

हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई टीम को उम्मीद है कि यह मामला ज्यादा गंभीर नहीं होगा और कुहनेमन जल्द ही क्लीन चिट हासिल कर लेंगे।