“Pushpa 2 Premiere Tragedy: अल्लू अर्जुन पर केस दर्ज, महिला की मौत और बेटे की हालत गंभीर”

अल्लू अर्जुन की बहुप्रतीक्षित फिल्म पुष्पा 2: द रूल के प्रीमियर शो के दौरान हैदराबाद के संध्या थिएटर में एक दुखद घटना घटी, जिसने फिल्म के शुभारंभ को एक काले अध्याय में बदल दिया। 5 दिसंबर को आयोजित इस विशेष स्क्रीनिंग के दौरान, अभिनेता अल्लू अर्जुन और अभिनेत्री रश्मिका मंदाना सहित फिल्म की टीम ने थिएटर में शिरकत की। लेकिन जैसे ही प्रशंसकों को अल्लू अर्जुन की झलक मिली, वे बेकाबू हो गए और सिनेमा हॉल में भगदड़ मच गई। इस घटना में एक महिला प्रशंसक, रेवती (35), की दुखद मौत हो गई, जबकि उनके छोटे बेटे श्रीतेज (13) को गंभीर रूप से घायल स्थिति में अस्पताल में भर्ती किया गया। महिला के बेटे को दम घुटने के कारण इलाज की आवश्यकता थी और उसे 48 घंटे तक निगरानी में रखा गया।

इस भयावह हादसे के बाद पुलिस ने अभिनेता अल्लू अर्जुन और उनके सुरक्षा दल, साथ ही थिएटर प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि अल्लू अर्जुन ने बिना पूर्व सूचना दिए और बिना सुरक्षा प्रबंधन के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर एक अव्यवस्था का कारण बने। अल्लू अर्जुन और उनकी टीम की सुरक्षा प्रबंधन पर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि भारी भीड़ पहले से ही मौजूद थी, और निजी सुरक्षा के कारण और भी तनाव बढ़ गया।

पुलिस ने इस घटना को लेकर भारतीय दंड संहिता की धारा 105 और 118(1) के तहत एफआईआर दर्ज की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि अभिनेता और उनकी टीम ने सुरक्षा की उचित व्यवस्था नहीं की थी। पुलिस ने यह भी कहा कि थिएटर प्रबंधन ने इस कार्यक्रम के बारे में कोई सूचना नहीं दी थी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

घटना के बाद, अल्लू अर्जुन की टीम पर आलोचना की जा रही थी कि उन्होंने इस त्रासदी पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनके कंटेंट और डिजिटल हेड सरथ चंद्र नायडू ने सोशल मीडिया पर इस पर सफाई दी। उन्होंने बताया कि अर्जुन की टीम ने पीड़ित परिवार से संपर्क किया और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करने का वादा किया। इसके अतिरिक्त, निर्माता बनी वास ने अस्पताल जाकर बच्चे का हाल जाना और इलाज के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता दी।

यह घटना महज एक हादसा नहीं, बल्कि यह सवाल उठाती है कि बड़ी सार्वजनिक घटनाओं के आयोजन में क्या सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया था? अल्लू अर्जुन और उनकी टीम के लिए यह एक कठिन समय है, लेकिन इस दुखद स्थिति में परिवार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और मदद की पेशकश इस त्रासदी के बाद थोड़ी राहत दे सकती है।