“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के योगदान को किया याद, देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा”
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक महान नेता, विद्वान अर्थशास्त्री और ईमानदारी का प्रतीक बताया। डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देशभर में गहरा शोक व्याप्त है। उनके सम्मान में पूरे देश में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. सिंह के आवास पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. सिंह के जीवन और योगदान को याद करते हुए एक विस्तृत शोक संदेश जारी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है। उन्होंने तमाम चुनौतियों को पार कर अपनी विद्वत्ता और समर्पण के बल पर भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अमिट छाप छोड़ी। उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है।” पीएम मोदी ने डॉ. सिंह की सादगी, सौम्यता और उनके महान व्यक्तित्व की सराहना करते हुए कहा कि वे हमेशा एक सुधारवादी नेता और दूरदर्शी अर्थशास्त्री के रूप में याद किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने उनके कार्यकाल के महत्वपूर्ण योगदानों की भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह ने भारत की आर्थिक आधारशिला को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। 1991 के आर्थिक संकट के समय, उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री के रूप में देश में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिसने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्धी बनाया। उनके नेतृत्व में उदारीकरण, वैश्वीकरण और निजीकरण को बल मिला, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
डॉ. सिंह के अन्य महत्वपूर्ण योगदानों को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के रूप में, योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में, और प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की। उनके कार्यकाल में लागू किए गए महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), सूचना का अधिकार, और आर्थिक समावेशन को बढ़ावा देने वाले अन्य निर्णय भारतीय लोकतंत्र और विकास यात्रा में मील के पत्थर साबित हुए।
प्रधानमंत्री ने उनके सद्गुणों और कार्यक्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी और ईमानदारी का प्रतीक था। उनकी बौद्धिकता और नैतिकता उनकी पहचान रही। राज्यसभा में उनके योगदान को देखकर मैंने स्वयं कहा था कि सांसद के रूप में उनके समर्पण से हम सभी को बहुत कुछ सीखना चाहिए।”
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र में एक युग का अंत हो गया है। उनका जीवन आने वाले समय में लाखों लोगों को प्रेरित करता रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “देश को उनकी कमी हमेशा महसूस होगी, लेकिन उनके कार्यों की विरासत भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हमेशा मार्गदर्शन करती रहेगी।”