प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा: द्विपक्षीय समझौतों, व्यापारिक सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को मिलेगी नई दिशा

मॉरीशस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11-12 मार्च को मॉरीशस की राजकीय यात्रा पर जाएंगे, जहां वे राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को और सशक्त बनाने के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस दौरान दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। विशेष रूप से वित्तीय और डिजिटल लेन-देन को आसान बनाने के लिए मॉरीशस में RuPay कार्ड और UPI (Unified Payments Interface) प्रणाली को लागू करने को लेकर चर्चा होगी, जिससे भारतीयों के लिए लेन-देन सुगम होगा और दोनों देशों के बीच वित्तीय संपर्क को मजबूती मिलेगी।

इस यात्रा में व्यापार, निवेश, सामरिक सहयोग, और क्षमता निर्माण जैसे प्रमुख विषयों पर वार्ता होगी। भारत और मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, सीमा पार वित्तीय अपराधों और अन्य वैश्विक मुद्दों पर भी सहमति बनने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे के दौरान मॉरीशस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे, जहां वे द्विपक्षीय सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए विस्तृत चर्चा करेंगे।

इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगे, जो वहां की कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं। उनकी यह मुलाकात भारतीय प्रवासियों के साथ भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को जोड़ने का कार्य करेगी। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें भारत द्वारा समर्थित बुनियादी ढांचा और सामाजिक कल्याण से जुड़े कार्यक्रम शामिल हैं।

भारत लंबे समय से मॉरीशस का एक प्रमुख विकास भागीदार रहा है, और इस यात्रा से दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से मॉरीशस के साथ भारत की रणनीतिक भागीदारी को एक नई दिशा मिलने की संभावना है, जो दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की कूटनीतिक स्थिति को भी मजबूत करेगा।