भारत के युवाओं के लिए प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा विजन: शिक्षा, नवाचार और वैश्विक पहचान को मिली नई दिशा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान भारत के युवाओं को राष्ट्र की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि देश के युवा विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी और हितधारक हैं, इसलिए उनके कौशल विकास, शिक्षा और नवाचार को प्राथमिकता देना सरकार का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के युवा अब मिडिल स्कूल से ही कोडिंग सीख रहे हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा साइंस जैसे भविष्य के क्षेत्रों के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। यह देश के तकनीकी और वैज्ञानिक विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) का जिक्र करते हुए कहा कि इसने बच्चों को सिर्फ पाठ्यपुस्तकों तक सीमित रखने के बजाय उन्हें स्वतंत्र और नवोन्मेषी सोच की दिशा में आगे बढ़ाने का अवसर दिया है। इसी कड़ी में इस साल के बजट में 50,000 नई अटल टिंकरिंग लैब्स खोलने की घोषणा की गई है, जो स्कूली बच्चों को तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने ‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन’ योजना का भी उल्लेख किया, जिसके तहत शोधकर्ताओं को दुनिया की शीर्ष स्तरीय पत्रिकाओं तक निःशुल्क पहुंच मिलेगी। सरकार इस योजना पर 6,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है, जिससे लाखों छात्रों और शोधकर्ताओं को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत अब वैश्विक मंच पर अपनी पहचान को और मजबूत करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अब समय छोटे कदमों का नहीं, बल्कि बड़े सपनों और मजबूत इरादों का है। उन्होंने “मेड इन इंडिया” को दुनिया का मंत्र बनाने की अपील की और कहा कि हर बाजार, ड्राइंग रूम और डाइनिंग टेबल पर भारतीय ब्रांड नजर आने चाहिए। पीएम मोदी ने ‘हील इन इंडिया’ और ‘वेड इन इंडिया’ जैसी योजनाओं की बात करते हुए कहा कि भारत को चिकित्सा पर्यटन, विवाह योजनाओं और वैश्विक आयोजनों का प्रमुख केंद्र बनाना चाहिए।
उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत के छात्र और नवाचारकर्ता भविष्य के वैश्विक लीडर बनकर उभरेंगे। उन्होंने अमेरिकी खगोल वैज्ञानिक डॉ. ब्रायन ग्रीन और अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो की भारतीय छात्रों के साथ हुई बातचीत का उदाहरण देते हुए कहा कि भविष्य में भारत का कोई भी छोटे से स्कूल का बच्चा एक बड़ा नवाचार कर सकता है, जो दुनिया को प्रभावित करेगा।
पीएम मोदी ने भारत के अगले 25 वर्षों के विकास लक्ष्य पर बात करते हुए कहा कि यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर हम साहस और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें, तो भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अनंत संभावनाओं का दोहन कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने सकारात्मक सोच और शक्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि भारत को अब वैश्विक स्तर पर अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरी ताकत से आगे बढ़ना होगा।