प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से पहले वैश्विक नेताओं से की महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें, बढ़ाए भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जी20 शिखर सम्मेलन से पहले कई देशों के नेताओं से मुलाकात की, जिसमें ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, ब्राजील, सिंगापुर, इंडोनेशिया, पुर्तगाल, नॉर्वे, स्पेन, और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकातें भारत की वैश्विक कूटनीति को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही हैं। इस दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भी उनके साथ मौजूद थे।
इटली के प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात की, जहां दोनों नेताओं ने रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, “हमारी बातचीत में संस्कृति में सहयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया, जो भारत-इटली मित्रता को एक नई दिशा दे सकता है।”
पुर्तगाल और नॉर्वे से भी हुई महत्वपूर्ण वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो से भी मुलाकात की, जहां दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने, हरित हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की बात की गई। साथ ही, रक्षा संबंधों और लोगों से लोगों के बीच संबंधों पर भी चर्चा की गई।
नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोरे के साथ बैठक में भी नवीकरणीय ऊर्जा और निवेश संबंधों को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा हुई। मोदी ने इस मुलाकात को “उत्कृष्ट” बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाएं और बढ़ेंगी।
इंडोनेशिया और ब्राजील के नेताओं से वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो से भी मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार, सुरक्षा, स्वास्थ्य और फार्मास्युटिकल्स जैसे क्षेत्रों में संबंधों को और बेहतर बनाने पर चर्चा की गई। मोदी ने इस मुलाकात को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि 2024 में भारत और इंडोनेशिया के राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा और अन्य वैश्विक नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन की शुरुआत की। इस अवसर पर एकजुटता का प्रतीक दिखाते हुए सभी देशों के नेताओं ने इस साझा पहल के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
यूके और फ्रांस के नेताओं के साथ बैठक
जी20 शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी द्विपक्षीय बैठकें कीं। मोदी ने कहा कि ब्रिटेन के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण है और आने वाले समय में विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम करने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाया जाएगा।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मिलकर मोदी ने इस साल के पेरिस ओलंपिक और पैरालिंपिक की सफल मेज़बानी के लिए उनकी सराहना की और भविष्य में अंतरिक्ष, ऊर्जा, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने की योजनाओं पर चर्चा की।
सिंगापुर और स्पेन से भी संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ भी जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान विस्तृत बातचीत की। मोदी ने सोशल मीडिया पर इसे “शानदार बातचीत” बताते हुए, दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने हाल ही में भारत दौरे पर आए स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ से भी मुलाकात की थी। मोदी ने इस मुलाकात को भी महत्वपूर्ण बताया, जिसमें दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री मोदी की इन द्विपक्षीय बैठकों ने भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और मजबूती दी है और यह साबित कर दिया है कि भारत वैश्विक मंच पर एक अहम भूमिका निभा रहा है।