“रायपुर में राष्ट्रपति मुर्मु का आगमन, राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया आत्मीय स्वागत”

रायपुर :  राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंची, जहां उनका स्वागत राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया। माना विमानतल पर आगमन के समय राष्ट्रपति का आत्मीय अभिनंदन किया गया, जिसमें उपमुख्यमंत्री अरुण साव, सांसद बृजमोहन अग्रवाल और विधायक खुशवंत सिंह साहेब भी शामिल थे। पुष्पगुच्छ देकर सभी ने राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे छत्तीसगढ़ में इस यात्रा के प्रति लोगों के उत्साह का संकेत मिला।

राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा राज्य में शिक्षा, महिला कल्याण और जनजातीय सशक्तिकरण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस प्रवास के दौरान राष्ट्रपति रायपुर और दुर्ग जिलों में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। यात्रा के पहले दिन, रायपुर स्थित एम्स के द्वितीय दीक्षांत समारोह का उद्घाटन राष्ट्रपति के आतिथ्य में हुआ। इसके बाद अपराह्न 3:30 बजे, एनआईटी रायपुर का 14वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया, जहां राष्ट्रपति ने छात्रों को संबोधित किया और उन्हें प्रेरणा दी।

इस दौरे का एक प्रमुख आकर्षण 25 अक्टूबर की शाम को रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित महतारी वंदन योजना का आयोजन होगा। राष्ट्रपति मुर्मु इस कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ की 70 लाख लाभार्थी महिलाओं को 9वीं किस्त के रूप में एक-एक हजार रुपये की राशि उनके बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित करेंगी। यह योजना राज्य में महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके माध्यम से अब तक कुल 5,227 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। कार्यक्रम में राष्ट्रपति से लाभार्थी महिलाएं अपने अनुभव साझा करेंगी, जो इस योजना की सफलता और प्रभाव को दर्शाएंगे।

पुरखौती मुक्तांगन में राष्ट्रपति एक अन्य प्रमुख कार्यक्रम में भी शामिल होंगी, जिसमें वे सरगुजा प्रखंड का उद्घाटन करेंगी। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका आदिवासी समुदाय पर केंद्रित पुस्तकों की प्रतियां राष्ट्रपति को भेंट करेंगे। राष्ट्रपति का यह दौरा जनजातीय समुदायों के लिए भी विशेष है, क्योंकि वे स्थानीय आदिवासी समूहों के साथ संवाद स्थापित करेंगी और उनके अनुभवों और मुद्दों को समझेंगी।

राष्ट्रपति का यह दौरा छत्तीसगढ़ के शिक्षा, महिला कल्याण और जनजातीय सशक्तिकरण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। छत्तीसगढ़ की जनता इस यात्रा को राज्य के विकास में एक नया कदम मान रही है, और इससे महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और जनजातीय समुदायों के विकास के लिए एक सकारात्मक संदेश का संचार हुआ है।