रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल की ओर से ब्राह्मण विरोधी बयानों के बाद धर्म संसद आयोजक नीलकंठ त्रिपाठी ने परशुराम जयंती के दिन मुख्यमंत्री निवास के बाहर हनुमान चालीसा पाठ एवं सद्बुद्धि यज्ञ करने का आव्हान किया था। इसे अब स्थगित किया गया गया है। त्रिपाठी ने बताया कि शासन प्रशासन लगातार नीलकंठ संपर्क कर हनुमान चालीसा पाठ को स्थगित करने का आग्रह कर रहे थे। 3 दिनों से बैठक कर रहे थे। प्रशासन की काफी मसक्कत और ग्रैंड ग्रुप के चेयरमैन गुरुचरण सिंह होरा एवं कमलेश तिवारी के हस्तक्षेप के बाद सोमवार को रायपुर पुलिस अधीक्षक के साथ हुई बैठक में धर्म संसद आयोजक नीलकंठ त्रिपाठी ने अपनी शर्तों के साथ अभी आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
धर्म संसद आयोजक नीलकंठ त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को उनके ओर से होने वाले हनुमान चालीसा पाठ को शर्तों के साथ स्थगित कर दिया गया है। साथ ही रायपुर पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन दिए है। हमने पुलिस अधीक्षक से यह आश्वासन लिया है कि अगर नंद कुमार बघेल की ओर से भविष्य में किसी भी प्रकार की हिन्दू विरोधी या हिन्दू देवी देवताओं के बारे में कोई भी आपत्तिजनक टिप्पणी की जाती है तो अब हम शांत नहीं बैठेंगे। इस बार उग्र आंदोलन किया जाएगा। जब तक मुख्यमंत्री से मिल कर बात नहीं कर लेते हैं,तब तक के लिए आंदोलन को स्थगित कर रहे हैं। अब जो भी आगे की कार्यवाही करना है मुख्यमंत्री से मिल कर करेंगे।
रायपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि नीलकंठ त्रिपाठी को हमने पूर्ण आश्वासन दिया है कि भविष्य में कभी भी नंदकुमार बघेल की ओर से ब्राह्मण एवं हिन्दू विरोधी बयान नहीं दिया जाएगा। आज की बैठक में नीलकंठ सेवा संस्था की टीम के साथ, पुरुषोत्तम पांडेय, अंकित राठी महेंद्र सिंघानिया,उज्ज्वल मिश्रा, ऋचा, राजू महाराज मौजूद थे।
सीएम हाउस के बाहर हनुमान चालीसा पाठ की थी तैयारी,होरा के हस्तक्षेप से शर्तों के साथ स्थगित,परशुराम जयंती के दिन करने वाले थे सद्बुद्धि यज्ञ
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