‘गंगा में डुबकी से नहीं मिटेगी गरीबी’: खड़गे के बयान से छिड़ी सियासी बहस, केंद्र सरकार और भाजपा पर तंज

 मध्य प्रदेश :  कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्य प्रदेश के महू में आयोजित ‘संविधान रैली’ के दौरान भाजपा और उसकी नीतियों पर तीखा हमला बोला। इस दौरान खड़गे ने गंगा स्नान और धर्म के नाम पर होने वाले खर्च पर सवाल उठाया, जिससे एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया।

गंगा स्नान और गरीबी पर सवाल

अपने भाषण में खड़गे ने भाजपा नेताओं के महाकुंभ में गंगा स्नान पर कटाक्ष करते हुए कहा, “गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म नहीं होगी। क्या इससे भूखों को खाना मिलता है? क्या इससे मजदूरों को रोजगार मिलेगा?” हालांकि, अपनी बात रखते हुए उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, “अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं। मेरा उद्देश्य आस्था पर चोट पहुंचाना नहीं है।”

धर्म और सामाजिक जिम्मेदारी का मुद्दा

खड़गे ने कहा, “धर्म हमारे लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन जब धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण होता है या सार्वजनिक धन का गलत उपयोग किया जाता है, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। धर्म आस्था का विषय है, लेकिन क्या यह सही है कि बच्चे भूखे हैं, मजदूर बेरोजगार हैं, और नेता टीवी पर अच्छा दिखने के लिए हजारों रुपये खर्च करके डुबकियां लगाते हैं?” उन्होंने भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिखावे की राजनीति से जनता की असली समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता।

केंद्र सरकार पर निशाना

अपने भाषण में मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने भाजपा के बहुमत के दावों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “पीएम मोदी कहते हैं, ‘अबकी बार 400 पार,’ लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा का बहुमत भी सहयोगी दलों के सहारे है। उनकी सरकार नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की मदद पर टिकी हुई है। जिस दिन सहयोगी दल अलग हो गए, सरकार गिर जाएगी।”

कांग्रेस के दृष्टिकोण की स्पष्टता

खड़गे ने अपने भाषण में संविधान और सामाजिक न्याय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता और सभी धर्मों का सम्मान करती है, लेकिन जब धर्म के नाम पर गरीबों की समस्याओं को अनदेखा किया जाएगा, तो कांग्रेस इसके खिलाफ खड़ी होगी। उन्होंने सामाजिक न्याय और गरीबों के अधिकारों की सुरक्षा का वादा करते हुए कहा कि देश में ऐसी नीतियों की जरूरत है, जो हर वर्ग को साथ लेकर चलें।

चुनावी दृष्टिकोण

यह भाषण मध्य प्रदेश के आगामी चुनावों को देखते हुए दिया गया, जहां राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। खड़गे के इस बयान को भाजपा और कांग्रेस के बीच बढ़ते राजनीतिक टकराव के रूप में देखा जा रहा है। उनकी टिप्पणी ने धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर एक नई बहस छेड़ दी है।

रैली के दौरान खड़गे के इस बयान ने कांग्रेस को अपनी सोच और नीतियों को साफ तौर पर जनता के सामने रखने का अवसर दिया, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देकर इसे एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने का संकेत दिया।