“तेलंगाना में पुलिस-माओवादी मुठभेड़: सात माओवादी ढेर, भारी मात्रा में हथियार बरामद”
हैदराबाद : तेलंगाना पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है, जब रविवार सुबह मुलुगु जिले के एतुरंगारम मंडल के चलपाका इलाके के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पुलिस ने सात माओवादियों को मार गिराया और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए। इस मुठभेड़ को तेलंगाना पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन माना जा रहा है, क्योंकि यह माओवादी गतिविधियों के खिलाफ लगातार संघर्ष का हिस्सा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मारे गए माओवादियों में से एक शीर्ष कमांडर होने की संभावना है, जिसे येलांदु-नरसमपेट क्षेत्र की कमेटी का कमांडर बदरु उर्फ पापन्ना बताया जा रहा है। हालांकि, इस खबर की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है, और मुठभेड़ से संबंधित पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई बयान भी जारी नहीं किया गया है।
इस मुठभेड़ की घटना से पहले, तेलंगाना पुलिस औरमाओवादियों के बीच सितंबर में भी एक मुठभेड़ हुई थी, जो भद्राद्री जिले के कोठागुडेम इलाके में हुई थी। उस मुठभेड़ में छह माओवादियों को मार गिराया गया था और दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। मारे गए माओवादियों में एक महिला भी शामिल थी, जो कि माओवादी संगठन की एक महत्वपूर्ण सदस्य थी।
तेलंगाना पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई में भारी सफलता प्राप्त की है, और उनकी तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यह मुठभेड़ माओवादियों के खिलाफ अभियान को और तेज करेगा। पुलिस ने माओवादियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद को जब्त किया है, जो कि यह दर्शाता है कि माओवादी संगठन का यह गुट अभी भी सक्रिय है और अपनी गतिविधियों को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
मुलुगु जिले में हुई इस मुठभेड़ ने एक बार फिर से माओवादी प्रभाव के खिलाफ पुलिस की सक्रियता को उजागर किया है, और यह स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस माओवादियों के खिलाफ अपने अभियान को और सख्त बनाए रखेगी। यह मुठभेड़ माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकती है, जो कि लंबे समय से तेलंगाना और अन्य पड़ोसी राज्यों में अपनी उपस्थिति बनाए हुए था।