प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्लासगो में यूक्रेन के राष्ट्रपति और नेपाल, इजराइल तथा फिनलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की
प्रधानमंत्री ने ग्लासगो में कॉप-26 शिखर सम्मेलन से अलग यूक्रेन के राष्ट्रपति और नेपाल तथा इजराइल के प्रधानमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की। मोदी ने फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन से भी मुलाकात की।
ग्लासगो में पत्रकारों से बातचीत में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कोविड संकट के दौरान भारतीय सहयोग की सराहना की।
जेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने स्वयं भारतीय सीरम संस्थान में बने कोविशील्ड टीके लगवाए। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने न सिर्फ टीकों की आपूर्ति बल्कि सस्ती और गुणवत्ता वाली दवाओं के निर्माण के लिए भी भारत की सराहना की।
उन्होंने सुझाव दिया कि भारत और यूक्रेन को मिलकर विविध श्रेणियों की दवाओं तथा अन्य स्वास्थ्य उपकरणों के निर्माण और उत्पादन में सहयोग करना चाहिए।
इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले वर्ष भारत और इजरायल के बीच राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ होगी। इसे देखते हुए मोदी ने बेनेट को भारत आने का निमंत्रण दिया।
विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बताया कि बेनेट ने अगले वर्ष की पहली तिमाही में भारत आने की संभावना व्यक्त की।
विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने समय पर नेपाल को कोविड रोधी टीके उपलब्ध कराने के लिए मोदी का आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री इटली और ब्रिटेन की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौट आए हैं।
