गणेश पूजा विवाद पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया: “सत्ता के भूखे लोगों को गणेश उत्सव से परेशानी”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गणेश पूजा को लेकर उठे विवाद पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जो समाज को बांटने और सत्ता के लिए भूखे हैं, उन्हें गणेश पूजा से भी समस्या हो रही है। भुवनेश्वर, ओडिशा में एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “मैंने गणेश पूजा में हिस्सा लिया, तो कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के लोगों को दिक्कत हो गई। समाज को बांटने वालों को गणेश उत्सव से परेशानी हो रही है।”
यह विवाद तब शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री मोदी 11 सितंबर को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा समारोह में शामिल हुए थे। पूजा की तस्वीरें वायरल होने के बाद कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस पर तीखा विरोध जताया। कांग्रेस ने इसे लेकर सवाल उठाए, जिससे विवाद बढ़ता गया।
गणेश उत्सव का ऐतिहासिक महत्व
प्रधानमंत्री ने कहा, “गणेश उत्सव केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि आजादी की लड़ाई में भी इसका बड़ा योगदान था। जब अंग्रेज देश को बांटने की कोशिश कर रहे थे, तो लोकमान्य तिलक ने गणेश उत्सव के जरिए समाज को एकजुट किया।” उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा धर्म हमें जोड़ने की शिक्षा देता है और आज भी हमें बांटने वाली नफरती ताकतों से सावधान रहना चाहिए।
कर्नाटक का विवाद
पीएम मोदी ने कर्नाटक में गणेश प्रतिमा को लेकर हुए एक अन्य विवाद का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने गणेश प्रतिमा को सलाखों के पीछे डाल दिया। यह सिर्फ एक उदाहरण है कि कैसे सत्ता के भूखे लोग हमारी आस्थाओं पर प्रहार कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया में यह भी स्पष्ट किया कि उनके लिए गणेश उत्सव केवल धार्मिक नहीं बल्कि राष्ट्रीय एकता और समाज को जोड़ने का प्रतीक है।